हैदराबाद 23 अप्रैल: दोनों शहरें में इन दिनों तेज़ गर्मी की गिरिफ़त में हैं। जिससे परेशान हाल शहरी खास्कर दोपहर के औक़ात अपने काम के लिए चिलचिलाती-धूप में झुलस देने वाली गर्मी से घर, दफ़ातिर और कारोबारी इदारों से बाहर निकलने में सख़्त तकलीफ़ महसूस कर रहे हैं। ट्रैफ़िक की आमद-ओ-रफ़त में कमी के नतीजे में दोपहर के औक़ात अक्सर सड़कें सुनसान नज़र आरही हैं।
शहर के बाज़ इलाक़े पानी की क़िल्लत से भी बुरी तरह मुतास्सिर हुए हैं। चंद इलाक़ों में एक दिन के वक़फे से तो बाज़ दुसरे इलाक़ों में दो या चार दिन के वक़फे से पानी सरबराह किया जा रहा है। सितम बाला-ए-सितम ये कि ज़र-ए-ज़मीन सतह-ए-आब में कमी की वजह चंद बोरवेलस भी नाकारा हो गए हैं। महिकमा आबरसानी ने कहा है कि शहर को आबरसानी के लिए यौमिया 660 मिलियन गैलन पानी दरकार है। इस के बरख़िलाफ़ ये महिकमा यौमिया 335 मिलियन गैलन पानी सरबराह कर रहा है। जिससे पानी की निसफ़ ज़रूरीयात की तकमील हो रही है।