दोनों शहरों में वबाई अमराज़ और डेंगू का ख़तरा

दोनों शहरों में वबाई अमराज़ तेज़ी से फैल रहे हैं और उन्हें रोका जाना बे इंतिहा ज़रूरी है। पुराने शहर के अलावा नए शहर के भी कई इलाक़े मलेरीया डायरिया के अलावा दुसरे वबाई अमराज़ फैलते जा रहे हैं और दवाख़ानों पर बुख़ार खांसी के अलावा अमराज़ शिकम से मुतास्सिरा मरीज़ों की बड़ी तादाद रुजू होरही है।

पुराने शहर के इलाक़ों कालापत्थर ताड़बन याक़ूतपूरा तालाबकटा बहादुरपूरा-ओ- इलाक़ों में आए दिन वबाई अमराज़ की शिकायात मंज़रे आम पर आरही थी।

इसी तरह अब गोलकेंडा टोलीचौकी शेख़पेट मुरादनगर कारवाँ झुर्रा के अलावा दुसरे इलाक़ों से भी इसी तरह की शिकायात मौसूल होने लगी है। बलदी ओहदेदारों के बमूजब वबाई अमराज़ के फैलने की बुनियादी वजह सड़कों पर कचरे के सबब फैलने वाला ताफ़्फ़ुन और मच्छरों की कसरत है इसी लिए शहरीयों को चाहीए कि वो मजलिस बलदिया अज़ीम तर हैदराबाद से तआवुन करते हुए शहर में पाक-ओ-साफ़ माहौल को यक़ीनी बनाने में मदद करें जबकि शहरीयों का इल्ज़ाम है के बलदिया की तरफ से कई दिनों तक रिहायशी इलाक़ों से कचरे की अदम निकासी के सबब ये सूरत-ए-हाल पैदा होरही है।

बलदी ओहदेदार इन वबाई अमराज़ से अपना दामन झाड़ते हुए इस के लिए शहरीयों को ज़िम्मेदार क़रार देने की कोशिश कररहे हैं और ये कह रहे हैं के अगर शहरी साफ़ सफ़ाई को यक़ीनी बनाने में मुआवनत करे तो एसी सूरत में मजलिस बलदिया अज़ीम तर हैदराबाद पाक साफ़ माहौल और सेहत आम्मा की बरक़रारी पर तवज्जा मर्कूज़ करसकती है।