नई दिल्ली, ०४ नवंबर (पीटीआई) बंगलादेश की साबिक़ वज़ीर-ए-आज़म खालिदा ज़िया ने आज यहां सदर जमहूरीया परनब मुकर्जी से मुलाक़ात की । जिन्होंने हिंदूस्तान की जानिब से अपने इस पटड़ोसी मुल्क के साथ ताल्लुक़ात को दी जाने वाली एहमीयत को उजागर किया ।
राष्ट्रपति भवन से जारी आलामीया ( Notification) के मुताबिक़ बंगला देश की अपोज़ीशन रहनुमा से मुलाक़ात के दौरान सदर जमहूरीया ने हिंदूस्तान और बंगला देश के दरमयान दोस्ताना ताल्लुक़ात की ज़रूरत पर ज़ोर दिया और कहा कि दोनों ममालिक के माबैन (बीच) तआवुन के वसीअ तर मवाक़े मौजूद हैं।
सदर परनब मुकर्जी ने कहा कि दोस्त भी बदले जा सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं बदले जा सकते थे । चुनांचे दोनों पड़ोसीयों को दोस्ताना माहौल बनाए रखना चाहिये और तमाम शोबों में तआवुन को मुस्तहकम (मजबूत) बनाने के लिए मक़दूर भर मसाई की जानी चाहिये ।
सदर हिंद ने बंगला देश के तमाम मसाइल ( समस्याओं) पर तवज्जा ( ध्यान) देने हिंदूस्तान के अज़म का इआदा किया । बंगला देश की तरक़्क़ी में बेगम खालिदा ज़िया के रोल का तज़किरा करते हुए मिस्टर मुकर्जी ने याद दिलाया कि बेगम खालिदा के दौर-ए-इक्तदार ( शासन) में वो उन से दो मर्तबा मुलाक़ात कर चुके हैं ।
बंगला देश नेशनलिस्ट पार्टी की सरबराह खालिदा ज़िया जो सात रुकनी वफ़द के साथ दौरा हिंद पर पहूँची हैं माज़ी ( बिते वक्त/ भूतकाल) में इस मुल्क के दौरों की यादें ताज़ा कीं और मिस्टर परनब मुकर्जी से देरीना वाबस्तगी का तज़किरा किया । राष्ट्रपति भवन के बयान के मुताबिक़ बेगम खालिदा ज़िया ने हिंदूस्तान के साथ मज़बूत दोस्ताना ताल्लुक़ात उस्तिवार करने अपनी पार्टी के अज़म को दुहराया ।
उन्होंने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह और वज़ीर-ए-ख़ारजा सलमान ख़ुरशीद से उनकी ख़ुशगवार अंदाज़ में बातचीत हुई है । बंगला देश की अपोज़ीशन लीडर हफ़्ता तवील दौरा हिंद पर28 अक्टूबर को यहां पहूँची थीं ।