हैदराबाद 17 सितंबर: तेलंगाना हज कमेटी और मसाई के सबब दो आज़मीने हज्ज को मेहरम की हैसियत से लम्हा आख़िर में सऊदी अरब रवानगी की इजाज़त मिल चुकी है।
मछलीपटनम कृष्णा से ताल्लुक़ रखने वाले एक जोड़े का हर्म शरीफ़ में पेश आए वाक़िये में इंतेक़ाल हो गया था और उनके साथ दो ख़वातीन भी हज के लिए रवाना हुई थीं और उन्हें हज की तकमील के लिए मेहरम की ज़रूरत थी। इस के अलावा बोधन निज़ामबाद से ताल्लुक़ रखने वाले शेख़ अहमद अली का जुमा को क़लब पर हमले के बाइस इंतेक़ाल हुआ और उनकी अहलिया हबीबा बेगम को फ़रीज़ा हज की अदायगी के लिए मेहरम की रवानगी ज़रूरी थी।
इन दोनों वाक़ियात में तेलंगाना हज कमेटी के स्पेशल ऑफीसर प्रोफेसर एस ए शकूर ने शख़्सी दिलचस्पी लेते हुए कौंसिल जनरल जेद्दाह मुबारक और चीफ़ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर सेंट्रल हज कमेटी अता उल रहमान से रब्त क़ायम किया और स्पेशल केस के तौर पर इन दोनों के लिए मेहरम की रवानगी यक़ीनी बनाने की ख़ाहिश की। जुमा के दिन सऊदी सिफ़ारतख़ाना ने वीज़ा की इजराई बंद कर दी थी लेकिन तेलंगाना हज कमेटी की नुमाइंदगी पर सऊदी सिफ़ारतख़ाना ने दो मेहरम अफ़राद के लिए ख़ुसूसी तौर पर वीज़ा जारी किया है।