दो कमसिन बच्चों को हॉस्टल में तालीम दिलाने जनाब ज़ाहिद अली ख़ांन की पेशकश

हैदराबाद 25 अप्रैल : हमारे प्यारे नबी (स0) का इरशाद मुबारक है अल्लाह ताला उन लोगों पर रहम नहीं करता जो दूसरों पर रहम नहीं करते । यानी अपने मुसीबत ज़दा भाईयों बहनों और अब्ना-ए-वतन की मदद करने उन पर रहम करने वालों पर अल्लाह अज़्ज़ो वजल ख़ुसूसी रहम और करम फ़रमाते हैं।

और इस तरह के बंदे बहुत ख़ुश नसीब होते हैं क्यों कि अगर किसी को इंसानियत की ख़िदमत का मौक़ा फ़राहम होता है यह वो ज़रूरतमंदों की मदद का ज़रीए बनता है तो ये इस के लिए क़ुदरत का एक बेहतरीन इनाम है । बीमारों मुहताजों गरीबों और गरीब तलबा की मदद के लिए रोज़नामा सियासत हमेशा आगे रहा है।

याद रहे कि तक़रीबन 3 माह क़ब्ल रोज़नामा सियासत में टनाली ज़िला गुंटूर की ख़ातून बीबी जॉन के बारे में एक दर्दनाक रिपोर्ट शाय हुई थी जिस में बताया गया था कि किस तरह इस के ज़ालिम शौहर बीबी जॉन के दोनों हाथ बग़ल से काट दीए थे।

इस ख़ातून की दर्द भरी कहानी पर मबनी रिपोर्ट की इशाअत पर दुनिया भर में मुक़ीम हमदर्दाना मिल्लत ने सियासत अख़बार और इस के ऑनलाइन एडीशन के ज़रीए इस मुस्लिम ख़ातून के बारे में मालूमात हासिल कीं और फिर दस्त तआवुन दराज़ किया।

सियासत की रिपोर्ट का ऐसा असर हुआ कि देखते ही देखते इस ख़ातून के अकाउंट में 4.77 लाख रुपये जमा हो गए जिस में से एडीटर सियासत जनाब ज़ाहिद अली ख़ांन की हिदायत पर बीबी जॉन की 5 साला बेटी और 6 साला बेटे के नाम फीकस देढ़ देढ़ लाख रुपये फिक्स्ड डिपाज़िट करवाए गए।

और उन के बालिग़ होने तक ये रक़म बैंक में ही जमा रहेगी । ताहम बीबी जॉन ने कहा कि लड़का अभी छोटा है सात साल की उम्र को पहूंचने पर वो रोज़नामा सियासत की इस पेशकश को क़बूल करेगी।

इस ख़ातून ने बताया कि वो अपने बेटे को आलिम फ़ाज़िल बनाने का इरादा रखती है और इंशाअल्लाह वो इसी मंसूबा पर काम करेगी । बहरहॉल अल्लाह का शुक्र है कि सियासत की कोशिशों पर एक मायूस और ग़मज़दा ख़ानदान के चेहरों पर हंसी लौट आई है।