एक वकील को मुबय्यना तौर पर दो अलाहदा मौक़ों पर दो ख्वातीन की इस्मत रेज़ि के जुर्म में गिरफ़्तार किया गया था लेकिन दिल्ली की एक अदालत ने मज़कूरा वकील को ज़मानत पर ये कह कर रिहा करदिया कि वो शिकायत करने वाली ख्वातीन से मुलाक़ात कर के उन्हें अपने इरादे से बाज़ रखने की कोशिश नहीं करेगा।
एडीशनल सेशन जज वे के कुंद ने दोनों ही मुआमलात में वकील को फ़ी मुआमला 25000 रुपये के शख़्सी मुचल्का पर रिहा करदिया। वकील ने भी अदालत से वाअदा किया कि उसे जो हिदायतें दी गई हैं वो उन पर पूरी तरह अमल करेगा। वकील को 16 सितंबर को एक 19 साला लड़की की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया था।
उसने तीन फ्रेंड्स कॉलोनी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई थी जहां उसने कहा था कि मुल्ज़िम ने उससे शादी का झूटा वाअदा किया था और उसकी स्मत रेज़ि करता रहा। जब अदालत ने लड़की से पूछा था कि क्या वो वकील से शादी करना पसंद करेगी तो उस ने ये कह कर इनकार करदिया था कि वकील धोकेबाज़ है।
इसी तरह एक 27 साला ख़ातून के साथ भी वकील ने नाजायज़ जिस्मानी ताल्लुक़ात इस्तिवार करलिए थे जिस का सिलसिला 2011 से जारी था। ख़ातून अपने शौहर से तलाक़ चाहती थी।