पुलिस ने जुमेरात को दारुल हुकूमत में दो चिटफंड कंपनियों के दफ्तर पर छापेमारी की। इस दौरान 1.25 लाख रुपए जब्त किए गए। 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके खिलाफ दो थानों में एफआईआर दर्ज की गई है। दोनों डाइरेक्टर फरार हैं।
एसडीओ अमित कुमार की कियादत में पुलिस ने सुबह 11:30 बजे पिस्कामोड़ के नज़दिक महावीर कॉम्प्लेक्स वाकेय चिटफंड कंपनी श्रीसाईं प्रसाद ग्रुप और विश्वामित्र इंडिया के दफ्तर पर एक साथ छापेमारी की। विश्वामित्र कंपनी के दफ्तर से 1.25 लाख रुपए और कई अहम दस्तावेज जब्त किए गए। जबकि मिस्टर साईं प्रसाद ग्रुप के दफ्तर से पुलिस ने कई अहम दस्तावेज जब्त किए हैं। अयनी शाहेदीन ने बताया कि छापेमारी से ठीक पहले दोनों दफ्तरों के अफसर दस्तावेज और नकद रकम लेकर निकल गए।
शाम चार बजे तक यहां कार्रवाई चली। इसी दौरान एक कंपनी के तीन और दूसरे के 21 एजेंटों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मजिस्ट्रेट जयकुमार तिवारी के बयान पर पंडरा थाने में तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं सुखदेवनगर थाने में 21 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
8 साल में 50 करोड़ से ज्यादा की उगाही
दोनों चिटफंड कंपनियां आठ साल से चल रही थीं। ये लोग पांच साल में रकम दोगुनी करने का झांसा देकर लोगों से पैसे जमा कराते थे। पुलिस के मुताबिक दोनों कंपनियों ने अब तक 50 करोड़ रुपए से ज़्यादा की राशि जमा कराई। जब मेच्योरिटी का वक़्त आया तो कंपनी पैसे लौटाने में आनाकानी करने लगी।