एक दिन पहले आये ज़लज़ले से हुई तबाही से लोग अभी सहमे ही थे कि इतवार को आये ज़लज़ले के झटकों ने अंदर से हिला दिया। 24 घंटे के बाद इतवार की दोपहर 12:41 बजे दूसरा बड़ा झटका आया। रेक्टर पैमाने पर इसकी ताक़त 6.9 थी। जिलों से आयी रिपोर्ट के मुताबिक ज़लज़ला के ताजा झटकों से रियासत में 48 लोगों की मौत हुई है।
हालांकि आफत इंतेजामिया महकमा ने पांच के ही मरने की तसदीक़ की है। महकमा के मुताबिक दो दिनों में ज़लज़ले से रियासत में कुल 52 लोगों मी मौत हुई है। अगले 24 घंटे में भी ज़लज़ले के झटके आने की इमकान के मद्देनजर हुकूमत ने रियासत के तमाम स्कूलों को बंद रखने की हुक्म दिया है। तमाम डॉक्टरों की छुट्टियां मंसूख कर दी गयी हैं। जानकारी के मुताबिक दरभंगा के डीएम ने सिनेमाहॉल को बंद रखने की हिदायत दिया है। तमाम मुतासीर जिलों में उस जिले के इंचार्ज वज़ीर और इंचार्ज सेक्रेटरी को कैंप करने के लिए भेजा गया है। रियासत के सेहत महकमा ने डॉक्टरों की 12 टीमें नेपाल भेजेगा।
इतवार को देर रात तक ज़लज़ले के झटके आते रहे। सबसे पहले सुबह आठ बज कर 51 मिनट 36 सेकेंड पर पटना झटका आया। इसकी रफ्तार 4.5 थी। इसका सेंटर नेपाल में जमीन के 10 किमी नीचे था। इसके बाद दोपहर 12:41 बजे 6.9 रफ्तार वाला झटका आया। इसका सेंटर सनीचर को आये ज़लज़ले के सेंटर लामजुंग से 150 किलोमीटर मशरिक़ कोडारी में था। रात 9:56 बजे फिर एक झटका आया, जिसकी रफ्तार 5.3 थी। इसके अलावा बीच-बीच में झटके आते रहे। इससे राजेंद्र नगर फ्लाइओवर और जक्कनपुर मॉडल थाना के इमारत में दरार आ गयी, जबकि फ्रेजर रोड वाकेय एक अपार्टमेंट समेत कई घर एक तरफ झुक गये।
अब भी 24 घंटे में आ सकते हैं झटके
मौसम साइंस सेंटर , पटना के डाइरेक्टर एके सेन ने बताया कि सनीचर से लेकर इतवार को तीन बजे तक ज़लज़ले के 37 बार झटके आये। इनमें 11 बार झटके सूबे में भी महसूस किये गये। उन्होंने बताया कि अगले 24 घंटे में ज़लज़ला आने की इमकानात बनी हुई है। हालांकि आनेवाले ज़लज़ले की रफ्तार पहले से कम रहेगी।