जहां बलात्कारी बाबा रामरहीम को बीस साल की अदालत ने सजा सुनाई है, वहीं एक और बाबा रामपाल के लिए राहत की खबर आई है। हिसार की अदालत ने बाबा रामपाल को दो मामलों में बरी कर दिया है। ये वह बाबा हैं जिनको पकड़ने गये पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी।
रामपाल के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने और आश्रम के अंदर महिलाओं को बंधक बनाकर रखने के आरोप थे। ये मामले 2014 के हैं। वैसे बाबा रामपाल इन दोनों मामलों में बरी होने के बाद भी जेल में ही रहेंगे। रामपाल के खिलाफ राष्ट्रद्रोह और हत्या के मामले चलते रहेंगे। ये
बता दें कि 18 नवंबर 2014 को जब संत रामपाल को पुलिस जब गिरफ्तार करने पहुंची थी तब उनके समर्थकों ने पूरे आश्रम को घेर लिया था। समर्थकों और पुलिस के बीच जमकर हिंसा हुई थी। रामपाल को काफी हंगामे और ड्रामे के बाद गिरफ्तार किया गया था।
रामपाल की गिरफ्तारी के बाद सतलोक आश्रम से करीब 15 हजार समर्थकों को निकाला गया था। रामपाल और अन्य लोगों के खिलाफ सरकारी ड्यूटी में बाधा पहुंचाने और रास्ता रोककर बंधक बनाने के 2 मामले हैं जिनपर फैसला आना है।