अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा, तो साल के आखिर तक मैट्रिक और इंटर वाले दो लाख ओहदों पर मुस्तकिल तकर्रुरी की अमल शुरू हो जायेगी। इसे लेकर महकमा ने खिदमत दस्तूरुल अमल बनाने का काम शुरू कर दिया है। महौलीयात और जंगल महकमा ने दस्तूरुल अमल बना कर उसे कैबिनेट से मंजूरी भी दिला दी है। महकमा में वनपाल और इलाक़े के ओहदेदार के ओहदों पर मुस्तकिल तकर्रुरी होनी है।
जिला सतही दफ्तरों के लिए भी खिदमत दस्तूरुल अमल बन कर तैयार है। 13 अगस्त को जेनरल इंतेजामिया महकमा की सदारत में होनेवाली बैठक में इसे हतमी शक्ल दिया जायेगा। इसके बाद काबीना से मंजूरी दिला कर मुतला किया जायेगा।
अप्रैल तक पूरी होगी अमल
जेनरल इंतेजामिया महकमा के प्रिन्सिपल सेक्रेटरी डॉ धर्मेद्र सिंह गंगवार का कहना है कि खिसमत दस्तूरुल अमल बनाने का काम चल रहा है। महकमा के तरफ से खाली ओहदे को निशान देही किया जा रहा है। कई महकमा ने खाली ओहदे की नोटिस बिहार रियासत मुलाज़िम इंतेखाबात कमीशन को भेजी है। मार्च-अप्रैल, 2014 तक मुस्तकिल तकर्रुरी की अमल पूरी हो जायेगी।