नई दिल्ली
ये इद्दिआ करते हुए कि दो हज़ार साल के नाकाम तजुर्बों के बाद दुनिया मायूस होगई है। आर एस एस सर संचालक मोहन भागवत ने आज कहा कि हिन्दुस्तान ने एक पुरअमन मुआशरा क़ायम करते हुए पूरी दुनिया केलिए एक मिसाल क़ायम की है।
ये मुआशरा हर एक को साथ लेकर चलता है। दाएं बाज़ू की इंतेहापसंद तंज़ीम के सरबराह ने कहा कि हिंदूतवा का मक़सद आर एस एस की तौसीअ के ज़रिए से ही पूरा होगा इस लिए हमें ज़्यादा मुनज़्ज़म अंदाज़ में काम करना चाहिए ताकि ऐसा हिन्दुस्तान तशकील पा सके । उन्होंने कहा कि हमें पूरी दुनिया को अपना समझना चाहिए जो दो हज़ार साल के नाकाम तजुर्बों से मायूस होचुकी है। उसे एक नई अलामत नया पुरअमन बिरादरान जज़बात का समाज देना चाहिए जो हर एक को साथ लेकर चले।
ऐसी दुनिया का ख़ालिक़ भरत होगा। एसा समाज हमें तख़लीक़ करना होगा । इस केलिए हमें अपने काम के दायरे को वुसअत देनी होगी और उसे ज़्यादा मुनज़्ज़म बनाना होगा वो संघ परिवार की एक तंज़ीम राष्ट्रीय सेवा भारती के ज़ेर-ए-एहतॆमाम मुनाक़िदा एक कनवेनशन से ख़िताब कररहे थे।