दौलते इस्लामीया से निमटने सऊदी अरब पाकिस्तान से फ़ौजी इमदाद का ख़ाहां

तेल की दौलत से मालामाल सऊदी अरब ने भी बिलआख़िर पाकिस्तान की जानिब अपनी तवज्जा मर्कूज़ की है क्योंकि सऊदी अरब इस बात का ख़ाहां है कि ख़तरनाक तरीन दौलते इस्लामीया दहश्तगर्द ग्रुप से निमटने के लिए पाकिस्तानी अफ़्वाज ही अहम रोल अदा कर सकती है क्योंकि सऊदी अरब की सरहदों को भी दौलते इस्लामीया से ख़तरात लाहक़ हैं।

सऊदी अरब ने पाकिस्तानी अफ़्वाज की ख़िदमात के इवज़ एक मआशी पैकेज की पेशकश भी की है। मारूफ़ अख़बार एक्सप्रैस ट्रीब्यून के मुताबिक़ इस मौज़ू पर वज़ीरे आज़म पाकिस्तान नवाज़ शरीफ़ के गुज़िश्ता हफ़्ता सऊदी अरब के दौरा के मौक़ा पर बातचीत की गई थी।

नवाज़ शरीफ़ की सऊदी अरब आमद पर मुल्क नए बादशाह शाह सलमान ने उन का इंतिहाई वालिहाना ख़ैरमक़दम किया था। अख़बार की रिपोर्ट के मुताबिक़ पाकिस्तान अब तक तज़बज़ब में मुबतला है कि आया सऊदी अरब की इस पेशकश को मंज़ूर किया जाए या नहीं।

पाकिस्तान के इलावा शाह सलमान अपने इंतिहाई हलीफ़ ममालिक जैसे तुर्की और मिस्र से भी इसी नौईयत के तआवुन के ख़ाहां हैं ताकि सऊदी अरब की सरहदात पर सेक्युरिटी में बेतहाशा इज़ाफ़ा कर दिया जाए ताकि दौलते इस्लामीया से लाहक़ ख़तरात टल जाएं।

दूसरी तरफ़ एक सीनियर ओहदेदार ने भी बताया कि सेक्युरिटी जैसे नाज़ुक मौज़ू पर भी दोनों ममालिक के दरमयान अहम बातचीत हुई है जिस से यही नतीजा अख़ज़ किया गया है कि सऊदी अरब पाकिस्तान से फ़ौजी इमदाद का ख़ाहां है जिस के इवज़ सऊदी हुक्मराँ ने पाकिस्तान के लिए एक इंतिहाई पुरकशिश मआशी पैकेज की पेशकश की है जिस में कम उजरतों पर पाकिस्तान को तेल की सरब्राही भी शामिल है।