बैंगलौर 22 अक्टूबर ( पी टी आई) चीफ़ मिनिस्टर तमिलनाडु जया ललीता से उन के ख़िलाफ़ ग़ैर मह्सूब असासा जात केस के सिलसिला में आज दूसरे दिन भी जिरह की गई।
इन पर 66 करोड़ रुपय के ग़ैर मह्सूब असासा जात रखने का इल्ज़ाम ही। ख़ुसूसी अदालत के सामने वो कल हाज़िर हुई थीं। अदालत में हाज़िर होने के लिए वो चेन्नाई से ख़ुसूसी तय्यारे के ज़रीया बैंगलौर पहुंची थीं।
अपना ब्यान कलमबंद कराने के बाद कल वो टामलनाडो वापिस हुईं और आज सुबह दुबारा यहां पहुंचीं। प्रॉपरना अगर अहारा जेल के अहाता में एक आरिज़ी अदालत के सामने वो पेश हुईं। ये जेल बैंगलौर के मुज़ाफ़ात में वाक़्य है।
ये ब्यान को ख़ुसूसी अदालत के जज बी ऐम मलीका रजनिया ने बंद कमरे की समाअत के दौरान कलमबंद किया। जेल के अहाता में सकीवरीटी सख़्त कर दी गई थी।
चीफ़ मिनिस्टर ने कल 379 सवालात का जवाब दिया था और आज ही उन्हें कई सवालात का सामना ही। 15 साल पुराने केस में वो अदालत के सामने हाज़िर हुई हैं। ये मुक़द्दमा डी ऐम के की कानब से दरख़ास्त की जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट की हिदायत पर 2003 में चेन्नाई से बैंगलौर मुंतक़िल किया गया था क्यों कि इस वक़्त जया ललीता टामलनाडो की चीफ़ मिनिस्टर थीं।