झारखंड के पुलिस डाइरेक्टर राजीव कुमार के मोबाइल फोन पर रियासत में नक्सल मुखालिफत मुहिम को रोकने के लिए आये धमकी भरे पैगाम के बाद यहां पुलिस हरकत में आयी और बुध को पूछताछ के लिए कुछ मुश्तबा को हिरासत में लिया गया।
राजीव कुमार ने बताया कि उनके मोबाइल फोन पर रियासत में नक्सलियों के खिलाफ मुहिम रोकने के लिए धमकी भरा पैगाम आया था जिसमें ऐसा न करने पर उनकी और रियासत के वजीरे आला की कत्ल करने की भी बात कही गयी थी।
उन्होंने बताया कि धमकी भरा पैगाम उन्हें मंगल को मिला था। बाद में मगरीबी सिंहभूम जिले के चकुलिया ब्लॉक के बीडीओ गिरिजाशंकर महतो को भी कल रात मोबाइल फोन पर धमकी भरा पैगाम मिला कि वह पांच लाख रुपये दें नहीं तो उन्हें मार दिया जायेगा। यह पैगाम एक नक्सल एरिया कमांडर की तरफ से दिया गया था।
पुलिस ने बताया कि इन मामलों की जांच शुरू कर दी गयी है और जिस फोन नंबर से यह धमकी के एसएमएस आये हैं उस सिम कार्ड को जारी करने में मदद करने वालों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया है। वह सरायकेला खरसांवा के रहने वाले हैं।
यह पूछे जाने पर कि फोन पर मिली यह धमकी क्या माओवादियों का काम है, राजीव कुमार ने कहा कि मामले की पूरी जांच के बगैर इस बारे में कुछ भी कहना मुनासिब नहीं होगा। माओवादियों ने गुजिशता साल दो जुलाई को पाकुड के पुलिस सुप्रीटेंडेंट अमरजीत बलिहार को आइईडी धमाके कर उडा दिया था।
राजीव कुमार ने बताया कि हिरासत में लिये गये लोगों से पूछताछ की जा रही है और मिली जानकारी के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।