पटना सीरियल धमाके की पूरी वाकिया को छह मुल्जिमान ने ही अंजाम दिया। हर एक मुल्ज़िम को तीन-तीन बम लगाने की जिम्मेदारी मिली थी। बम ब्लास्ट में दहशतगर्द तंजीम इंडियन मुजाहिदीन का ही हाथ है। इस तंजीम के अहम तहसीम ने रांची में आकर बैठक की और पूरी मंसूबा बनाई थी। मंसूबा दो माह पहले बनी थी।
वाकिया को अंजाम देने का सौदा 60 लाख रुपए में हुआ। और तहसीम ने 10 लाख रुपए बतौर पेशगी दिए थे। बाकी 50 लाख का अदायगी धमाकों के बाद होना था। यह बड़ा खुलासा इम्तियाज ने अपने एतेराफ़ बयान में किया है।
रांची पुलिस ने भी इम्तियाज से सात घंटे पटना में पूछताछ की है।
टीम मंगल को 21 पन्नों में इम्तियाज की एतेराफ़ रिपोर्ट लेकर लौट आई। इम्तियाज ने बताया कि तमाम छह मुल्जिमान को पटना ले जाने की जिम्मेदारी उसी की थी। इम्तियाज ने अपने पांच साथियों के नाम भी बताए हैं, जो रांची से ही उसके साथ पटना गए। यह सभी मेम्बर नए थे और पहली बार इस तरह की वाकिया में शामिल हुए।
पटना में ही था तहसीम
समस्तीपुर का तहसीम पटना में सभी मुल्जिमान से मिला और धमाके की जगहें बताईं।इम्तियाज पहले भी तीन बार पटना गया, उसी दौरान धमाका की पूरी बारीकियां समझीं। वाकिया के दिन भी तहसीम पटना में ही था और पूरी प्लानिंग की मॉनीटरिंग कर रहा था।