हैदराबाद २९ फरवरी (सियासत न्यूज़) रियास्ती क़ानूनसाज़ असैंबली में अप्पोज़ीशन जमातों ने किसानों के मसाइल की यकसूई में हुकूमत पर नाकामी का इल्ज़ाम आइद करते हुएऐवान से वाक आउट किया। किसानों के मसाइल और खासतौर प्रधान की आज़ाद ना मुंतक़ली को रोकने केलिए हुकूमत के अहकामात के ख़िलाफ़ तेलगूदेशम और दूसरी अप्पोज़ीशन जमातों ने एहतिजाज किया। वकफ़ा-ए-सवालात के दौरान क़ाइद अप्पोज़ीशन एन चंद्रा बाबू नायडू ने हुकूमत को सख़्त तन्क़ीद का निशाना बनाया। उन्हों ने कहा कि किसानों के साथ हक़तलफ़ी का कोई हक़ नहीं है ।
मर्कज़ी हुकूमत ने जो क़ानून बनाया है रियास्ती हुकूमत उस की ख़िलाफ़ वरज़ी कर रही है उन्हों ने कहा कि वो 22 दिन तकमुख़्तलिफ़ अज़ला का दौरा करते हुए किसानों के मसाइल से वाक़फ़ीयत हासिल कर चुके हैं । सारिफ़ीन के नाम पर हुकूमत किसानों को परेशान कररही है जिस के बाइस किसान मक़रूज़ होचुके हैं और रोज़ाना ख़ुदकुशी के वाक़ियात पेश आ रहे हैं।
एक मरहले पर स्पीकर ने चंद्रा बाबू नायडू के माईक को बंद करदिया जिस पर तेलगूदेशम के अरकान एहतिजाज करते हुए पोडियम तक पहुंच गए । स्पीकर एन मनोहर ने तेलगूदेशम अरकान को मश्वरा दिया कि वो कुर्सी-ए-सदारत के ख़िलाफ़ रिमार्कस बंद करें । स्पीकर ने कहा कि कुर्सी-ए-सदारत किसी के साथ भी जांबदार नहीं है बल्कि अवामी मसाइल की एहमीयत के लिहाज़से हर किसी को इज़हार-ए-ख़्याल का वक़्त दिया जाता है।
चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी ने मुबाहिस के दौरान मुदाख़िलत करते हुए कहाकि उन की हुकूमत किसानों की भलाई की पाबंद है और किसानों के भेस में मीलरस और एजैंटस को धान की गै़रक़ानूनी मुंतक़ली से रोकने के लिए ओहदेदारों को हिदायात दी गई है । उन्हों ने कहा कि अगर अप्पोज़ीशन चाहे तो हुकूमत इन हिदायात को वापिस लेने तैय्यार हैं ताहम इस से चावल की क़ीमतों में इज़ाफ़ा होसकता ही।हुकूमत का ये फ़ैसला अवाम की भलाई में है और अगर किसान अपनी पैदावार किसी और रियासत को मुंतक़िल करना चाहे तो इस की इजाज़त रहेगी।
किसानों को मुफ़्त बर्क़ी सरबराही और बला सोदी कर्ज़ों की इजराई जैसे इक़दामात का हवाला देते हुए चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि मुल्क में कोई भी हुकूमत किसानों की भलाई केलिए इस क़दर संजीदा नहीं ही।इस मसला पर दो घंटे से ज़ाइद तवील मुबाहिस के बाद स्पीकर एन मनोहर ने कहा कि वक़फ़ा सवालात में मज़ीद मुबाहिस की इजाज़त नहीं दी जा सकती लिहाज़ा वो जुमा के दिन इस मसला पर मुख़्तसर मुबाहिस को एजंडा में शामिल करेंगे ।
लोक सत्ता के रुकन जुए प्रकाश नारायण ने हुकूमत पर मर्कज़ के क़वाइद को नज़र अंदाज़ करने का इल्ज़ाम आइद किया । उन्हों ने कहा कि हुकूमत अपने जवाब के ज़रीया आवाम को गुमराह करर ही है । क़ाइद अप्पोज़ीशन चंद्रा बाबू नायडू ने हुकूमत के रवैय्या के ख़िलाफ़ एहतिजाज करते हुए साथी अरकान के साथ ऐवान से वाक आउट क्या इस के बाद सी पी एम ,सी पी आई और बी जे पी ने भी ऐवान से वाक आउट करदिया जबकि जुए प्रकाश नारायण ने सिर्फ अपना एहतिजाज दर्ज किराया ।