धान की फ़सल को ख़ुशक होने से बचाने के लिए बेहतर इक़दामात

महबूबनगर 31 जुलाई:जारीया ख़रीफ़ सीज़न में धान के खेतों को ख़ुशक होने से बचाने के लिए चौराला के सीधे और बाएं कनाल के ज़रीये निस्फ़ फ़ीसद आयाकट को पानी फ़राहमी करने के लिए ज़रूरी इक़दामात किए गए हैं।

चहारशंबा के दिन ज़िला परिषद मीटिंग हाल में मुनाक़िदा आबपाशी मुशावरती बोर्ड के मीटिंग से ख़िताब करते हुए रियासती वज़ीर बड़ी सनअतें जोपल्ली कृष्णा राव‌ ने इस बात का इन्किशाफ़ किया।

उन्होंने बताया कि बारिश माक़ूल ना होने से किसानों को दरपेश मुश्किलात को दूर करने के लिए ये इक़दामात किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हमेशा चौराला में 2000 केवज़क पानी मौजूद रहता था लेकिन अब बारिश की कमी से इस में 1200 केवज़क पानी मौजूद है। 4 अगस्त से नारनपोरडेम के ज़रीये चौराला में कृष्णा का जो पानी आरहा है उस को किसानों तक पहूँचाने के तमाम तर इक़दामात किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुस्तक़बिल में एसे मसाइल से निमटने के लिए नए ज़ख़ाइर आब की तामीर का मंसूबा है।