धोनी ने लिया ये अजीब फैसला

कार्डिफ, 21 जून: अपने तेज गेंदबाजों की श्रीलंकाई बल्‍लेबाजों पर लगाम बनाता देख इंडियन टीम के कप्तान धोनी से रहा नहीं गया और 22वें ओवर में उन्होंने ग्लब्स उतार दिए और गेंदबाजी करने चले आए।

मैच के दौरान अपने फैसलों से अक्सर क्रिकेट मद्दाहों को हैरत में डालने वाले कप्तान धोनी ने दूसरे सेमीफाइनल में श्रीलंका के खिलाफ 24वें ओवर से गेंदबाजी करना शुरू किया और चार ओवर फेंके।

दरमियानी तेज रफ्तार ( Medium speed) की गेंदबाजी करने वाले धोनी ने अपनी पहली गेंद महेला जयवर्धने को फेंकी जिसकी रफ्तार 123.8 किमी फी घंटा थी।

धोनी ने अपनी दूसरी ही गेंद पर जश्वर्धने को LBW कर दिया और अंपायर अलीम डार ने अपनी उंगली भी उठा दी लेकिन जश्वर्धने ने रेफरल मांगा जिससे पता लगा कि गेंद बल्ले का अंदरुनी किनारा लेते हुए पैड से टकरा गई थी।

जश्वर्धने बच गए और धोनी को अपना दूसरा वनडे विकेट मिलते-मिलते रह गया। चार ओवर फेंकने के बाद धोनी ने खुद को गेंदबाजी से हटाया। धोनी ने अपने चार ओवर में 17 रन दिए।

धोनी अपने 223 वनडे क्रिकेट मैचों के करियर में दूसरी बार गेंदबाजी करने उतरे थे। इससे पहले उन्होंने 30 दिसंबर 2009 को जोहांसबर्ग में वेस्टइंडीज के खिलाफ आईसीसी चैंपियंस ट्राफी के मैच में भी गेंदबाजी की थी। तब उन्होंने दो ओवर में 14 रन दिए थे और ट्रेविस डाउलिन को बोल्ड किया था।

विकेटकीपर धोनी ने 2011 के पिछले इंग्लैंड दौरे में लार्ड्स टेस्ट के दौरान भी दोनों पारियों में बिलतर्तीब आठ और दो ओवर गेंदबाजी की थी। तब धोनी के गेंदबाजी की साबिक इंडियन कप्तान कपिल देव समेत कई दिग्गजों ने तन्कीद की थी।

धोनी ने जनवरी 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ फैसलाबाद टेस्ट में एक ओवर और फिर दिसंबर 2008 में इंग्लैंड के खिलाफ एक ओवर डाला था। इसके बाद उन्होंने नवंबर 2010 में अहमदाबाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ भी एक ओवर डाला था। अपने 77 मैचों के टेस्ट करियर में धोनी ने कुल 13 ओवर डाले हैं और 58 रन दिए हैं।