हैदराबाद 22 सितम्बर: गैंगस्टर नईम से ताल्लुक़ात के मुआमले में हुक्मराँ जमात के साथ साथ एक और जमात आज़माईशी दौर से गुज़र रही है। नईम एनकाउंटर के बाद पैदा शूदा हालात और तहक़ीक़ात के दौरान दस्तयाब शवाहिद हर दो के लिए मुश्किलात का सबब बने हुए हैं। चूँकि स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी)ने 26 सियासतदानों को नोटिस जारी करने की तैयारी मुकम्मिल करली है जिनमें दो मुस्लिम अरकान भी शामिल हैं और एस आई टी की तरफ से उन तमाम लोगों के ख़िलाफ़ शिकंजा कसने की तैयारी ज़ोर-ओ-शोर से जारी है, इन सियासतदानों में हुक्मराँ जमात के क़ाइदीन भी शामिल हैं जबकि एक आला पुलिस ओहदेदार के ख़िलाफ़ दस्तयाब सबूत की बुनियाद पर बहुत जल्द इस ओहदेदार के ख़िलाफ़ महिकमा जाती कार्रवाई की जाएगी।
दूसरी तरफ़ दो मुस्लिम अरकान की परेशानीयों में इज़ाफ़ा ही होता जा रहा है और इस जमात की क़ियादत भी अब आज़माईशी दौर में आगई है क्युं कि अरकान को बचाने हुकूमत से वफ़ादारी या फिर अवाम के हक़ में हुकूमत से ग़द्दारी ? क़ियादत के सामने बड़े मुश्किल सवालात आगए हैं। एक तरफ़ क़ौम का मुफ़ाद और दूसरी तरफ़ अरकान का तहफ़्फ़ुज़ ऐवान के पैमाने में नापा जाएगाइस तरह की सौदागरी में क़ियादत को काफ़ी महारत है।