हैदराबाद 20 सितम्बर: पुलिस एनकाउंटर में हलाक गैंगस्टर नईम से ताल्लुक़ात के मुआमले में चंद सियासतदानों और पुलिस आफ़िसरान के चेहरे बहुत जल्द बे-नक़ाब होजाएंगे।
चूँकि नईम मुआमले में तहक़ीक़ात अंजाम दे रही स्पेशल टीम ने फ़ौजदारी क़ानून की दफ़ा 160 के तहत इन तमाम लोगों को नोटिस रवाना करने फ़ैसला कर लिया है जिनके नईम से ताल्लुक़ात पाए जाते थे और उन दो मुस्लिम अरकाने असेंबली को भी नोटिस जारी की जाएगी जिन्हों ने सियासी पनाह देने के नाम पर नईम से अपने ज़ाती मुआमलात की तकमील करवाई थी जो नईम से नईम भाई मुख़ातिब हुआ करते थे। इन तमाम की तफ़सीलात जो अब तक खु़फ़ीया थीं वो बहुत जल्द मंज़रे आम पर आने वाली हैं।
एस आई टी का दावा है कि नईम से फ़ोन राबिता और शख़्सी मुआमलात की तमाम तफ़सीलात सबूत के साथ एस आई टी के पास मौजूद हैं।नईम के मुताल्लिक़ तफ़सीलात को शाय करना नईम की या फिर उसकी ग़ैर सरगर्मीयों की ताईद करना नहीं बल्के अवाम के सामने हक़ीक़त को बयान करना है जिनकी पुश्तपनाही और हौसला-अफ़ज़ाई के सबब ही नईम जराइम की एक सलतनत क़ायम करचुका था।
ताहाल कई अरकाने असेंबली और आला पुलिस ओहदेदारों के ताल्लुक़ात की बातें सामने आरही हैं और उनमें दो मुस्लिम अरकाने असेंबली भी शामिल हैं। बावसूक़ ज़राए के मुताबिक़ इन दोनों मुस्लिम अरकाने असेंबली ने जो नईम को नईम भाई से मुख़ातिब किया करते थे।
नईम से वादा किया था कि वो उनके सियासी आक़ा की मदद से इस की सियासी पनाह का इंतेज़ाम करेंगे। नईम से वादा करते हुए अपने मुआमलात की तकमील और उसे बचाने की कोशिश में मसरूफ़ थे और इन दोनों मुस्लिम अरकाने असेंबली को नईम भी एम एलए साहिब कहा करता था। पिछ्ले 6 माह से उन दो मुस्लिम अरकाने असेंबली और नईम के बीच गहरे ताल्लुक़ात क़ायम हुए थे।
नईम की कहानी एनकाउंटर से ख़त्म हो गई लेकिन नईम के मुख़ालिफ़ीन जिस क़दर उसकी ज़िंदगी में परेशान थे अब उस की मौत के बाद उस के हमदरद उस की मौत से परेशान हैं और उनकी परेशानीयों में इज़ाफ़ा हो गया है। इमकान है कि बहुत जल्द एस आई टी इन तमाम को नोटसीस जारी करेगी।