नई दिल्ली 17 फरवरी: सहाफ़ीयों की कसीर तादाद ने पटिआला हाउज़ कोर्ट में मीडीया के नुमाइंदों पर हमलों के ख़िलाफ़ एहतेजाजी मुज़ाहरा किया जो कि ग़द्दारी के केस में गिरफ़्तार जवाहरलाल नेहरू यूनीवर्सिटी तलबा यूनीयन सदर कन्हैया कुमार की पेशी की समाअत का मुशाहिदा और फ़िल्मबंदी के लिए गए हैं। एहतेजाजियों ने हमला आवरों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई का भी मुतालिबा किया।
मुख़्तलिफ़ अख़बारात और न्यूज़ चैनलों से वाबस्ता सहाफ़ीयों ने प्रेस कलब से सुप्रीमकोर्ट तक एहतेजाजी जलूस निकाला और इज़हार-ए-ख़याल की आज़ादी की हिमायत और कल के वाक़ियात के दौरान पुलिस की बे अमली के ख़िलाफ़ नारे बुलंद किए गए। बादअज़ां सहाफ़ीयों के एक वफ़द ने वज़ीर-ए-दाख़िला राजनाथ सिंह से मुलाक़ात की और पटिआला हाउज़ कोर्ट काम्प्लेक्स में पेश आए वाक़ियात की तहक़ीक़ात और हमला आवरों के ख़िलाफ़ कार्रवाई का मुतालिबा किया।
जर्नलिस़्टों ने तलबा और रिपोर्टर्स पर हमले के वक़्त पुलिस की ख़ामोशी पर सवाल उठाया और इस वाक़िये को अदालत की तौहीन से ताबीर किया क्युं कि ये वाक़िया अदालत के अहाते में पेश आया है।
वाज़िह रहे कि जर्नलिस़्टों और जय एन यू तलबा-ए-और असातिज़ा पर कल वुकला के एक ग्रुप ने ज़िद वकोब किया था । जिस पर मीडीया ने ज़बरदस्त तन्क़ीद शुरू कर दी थी गोका वज़ीर-ए-दाख़िला ने पुलिस की तसाहली की तहक़ीक़ात का तयक़्क़ुन दिया था जो कि परतशद्दुद वाक़ियात के दौरान ख़ामोश तमाशाई थी । जर्नलिस्ट्स यूनीयन ने कहा कि मीडीया के नुमाइंदों पर हमलों में इज़ाफ़ा तशवीशनाक बन गया है । जब कि पुलिस ने बताया कि नामालूम अफ़राद के ख़िलाफ़ 2 एफ़ आई आर दर्ज करलिए गए हैं ।।