नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जहां पर रोज़ पाँच लाख के क़रीब मुसाफ़िरों की आमद-ओ-रफ़त होती है , वो अब मुल्क का ऐसा सबसे पहला रेलवे स्टेशन बन गया है जहां ज़ाइद अज़ CCTV 100 कैमरे नसब किए (लगाये) गए हैं । याद रहे कि मज़कूरा कैमरे सीक्योरीटी को मुस्तहकम करने रेलवे की एक मंसूबा बंदी का हिस्सा है ।
दरीं असना डीवीजनल रेल मैनेजर (DRM) दिल्ली डीवीजन अनुराग सज्जन ने कहा कि इंटीग्रेटेड सिक्योरीटी सिस्टम (ISS) के तहत नई दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर CCTV 160 कैमरे नसब किए गए हैं और अब ये तमाम कैमरे कारकर्द होचुके हैं । इन कैमरों में से 98 कैमरे फिक्स्ड और 62 कैमरे घूमने वाले (Rotate) हैं ।
इन कैमरों को स्टेशन के अहम गोशों में नसब किया गया है जिस के ज़रीया लावारिस साज़-ओ-सामान और मुसाफ़िरों पर कंट्रोल रुम में वाक़्य ( मौजूद/ स्थित) मानीटर पर 24 घंटे नज़र रखी जा सकती है । यहां इस बात का तज्किरा भी ज़रूरी है कि दिल्ली डीवीजन के जुमला 10 स्टेशनों पर मजमूई तौर पर 531 कैमरों की तंसीब अमल में आएगी जिन में नई दिल्ली ,निज़ाम उद्दीन ,पुरानी दिल्ली और आनंद विहार भी शामिल हैं जिन पर 22 करोड़ रुपये के मसारिफ़ ( खर्च) होंगे ।
नई दिल्ली स्टेशन पर कैमरों की तंसीब का काम मुकम्मल ( पूरा) हो चुका है और जल्द ही दीगर ( दूसरे) स्टेशनों पर भी तंसीब का काम अनक़रीब (जल्द) मुकम्मल हो जाएगा । फ़िलहाल नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रोज़ाना पाँच लाख मुसाफ़िरो और 275 ट्रेनों की यौमिया आमद-ओ-रफ़त होती है ।
याद रहे कि महकमा रेलवेज़ से इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम के तहत मुल्क भर में 202 स्टेशनों पर कैमरों की तंसीब का फ़ैसला किया है जिस के तहत CCTV के ज़रीया निगरानी ,ऐक़्सेस कंट्रोल , पर्सनल और बैगेज स्क्रीनिंग सिस्टम ,डिस्पोज़ल सिस्टम ,व्हीकल स्कैनर और सिस्टम्स इंटीग्रेशन शामिल हैं ।
मिस्टर सज्जन ने कहा कि रेलवे स्टेशनों और दफ़ातिर में मुसाफ़िरों के तहफ़्फ़ुज़ में बेहतरी के लिए महकमा ( विभाग) पर एक अर्सा से दबाव था ।