नई हुकूमत से ज़ेर-ए-इलतिवा मसाइल की सुनवाई की अपील

शाही इमाम मस्जिद फ़तह पूरी दिल्ली मुफ़्ती मुहम्मद मुकर्रम अहमद ने आज नमाज़ जुमा से क़बल ख़िताब में मुसलमानों से अपील की कि शाबान के महीना को इबादत, तिलावत और रमज़ान की तैयारियों में सिर्फ़ करें। सहाबा किराम का मामूल था कि इस महीना में तिलावत, ज़कात, ख़ैरात अदा करदेते थे ताकि रमज़ान के लिए ग़रीबों को मदद होजाए।

उन्होंने कहा कि शब बरा॔त जुमा 13 जून को होगी। शाही इमाम ने कहा कि हिंदुस्तान में मर्कज़ी हुकूमत का क़ियाम अमल में आया है हम इस पर हुकूमत को और वज़ीर-ए-आज़म को नेक ख़ाहिशात पेश करते हैं और उम्मीद करते हैं कि हिंदुस्तान के मुसलमानों को इंसाफ़ और हमदर्दी मिलेगी।

सच्चर कमेटी और रंगनाथ मिश्रा कमीशन की सिफ़ारिशात पर अमल दरआमद होगा और बम धमाकों के सिलसिला में ग़ैर जांबदाराना आज़ाद तहक़ीक़ात कराते हुए असल क़सूर वारों का पता लगाया जाएगा और जो नौजवान बेक़सूर जेलों में हैं उन्हें रिहा किया जाएगा। शाही इमाम ने कहा कि मुसलमानों ने आज़ादी में और इसके बाद भी हिंदुस्तान की ख़ुशहाली और तरक़्क़ी में कोई कसर नहीं छोड़ी और उनको हिंदुस्तानी शहरी होने के नाते इंसाफ़ मिलना चाहिए ये उन का आईनी हक़ है।

शाही इमाम ने कहा कि हल्फ़ बर्दारी तक़रीब में सार्क ममालिक के लीडरों को दावत दी गई और ख़ुशगवार हालात में मुज़ाकरात हुए। ये ख़ुशी की बात है और इसके मुफ़ीद असरात मुरत्तिब होंगे। कहते हैं कि अंजाम अच्छा तो सब अच्छा लेकिन यहां हम ये कह सकते हैं कि आग़ाज़ अच्छा तो सब अच्छा।