नए अज़ला की तशकील पर अवाम का ज़बरदस्त रद्द-ए-अमल

हैदराबाद 26 अगस्त: हुकूमत तेलंगाना की तरफ से नए अज़ला की तशकील के लिए जारी करदा बिल आलामीया पर अवाम का ज़बरदस्त रद्द-ए-अमल हासिल हो रहा है।

सिर्फ 60 घंटों में 4000 से ज़ाइद एतेराज़ात वसूल हुए हैं। एक माह की मोहलत में एक लाख से ज़ाइद एतराज़ात और राय हासिल होने का इमकान है। वाज़िह रहे कि 22 अगस्त को दोपहर में डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली ने नए अज़ला की तशकील से मुताल्लिक़ बिल आलामीया जारी करते हुए इस पर अवामी रद्द-ए-अमल तलब किया है।

बिल आलामीया की इजराई के 60 घंटों में हुकूमत की तरफ से तैयार करदा वेबसाइट पर चार हज़ार से ज़ाइद और मंडलस के लिए भी 400 से ज़ाइद एतेराज़ात हासिल हुई है।

इस के अलावा अज़ला कलेक्टरस औरसीसी एलए ऑफ़िसों पर भी शिकायतें एतेराज़ात और राय मश्वरे अलाहिदा वसूल हुए हैं। रियासती हुकूमत ने एक माह तक अवाम को अपनी राय पेश करने की मोहलत दी है।

उम्मीद की जा रही है के एक माह में 80 हज़ारता एक लाख एतेराज़ात वसूल होंगे। डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना मुहम्मद महमूद अली अज़ला डीवीझ़नस और मंडलस के ताल्लुक़ से वसूल होनेवाले एतेराज़ात का रोज़ाना जायज़ा ले रहे हैं और महिकमा माल के ओहदेदारों की तरफ से उन्हें रोज़ाना वसूल होने वाले एतेराज़ात को ज़िलई सतह पर तक़सीम करते हुए रिपोर्ट की शक्ल में पेश किया जा रहा है। नए अज़ला की तशकील का तमाम सियासी जमातों ने ख़ौरमक़दम किया है ताहम उनके चंद एतेराज़ात हैं आबादी के तनासुब से अज़ला की तक़सीम ना होने और जुग़राफ़ियाई एतबार से क़ुदरती वसाइल ना होने के अलावा दूसरे मसाइल को सियासी जमातें रज़ाकाराना तंज़ीमें और अवाम पेश कर रही हैं। एक माह की मोहलत पूरी होने के बाद अवाम से वसूल होने वाली शिकायतों एतेराज़ात और राय का जायज़ा लिया जाएगा।