नए साल में रुपय की क़िस्मत हनूज़ बेरंग

मुंबई, ०१ जनवरी: (एजेंसीज़)एशिया में सब से नाक़िस मुज़ाहरा करनेवाली करंसी 2011 में रुपया ही रही और नए साल 2012-ए-में भी इस का रंग फीका रहेगा, हालाँकि रिज़र्व बैंक आफ़ इंडिया (आर बी आई) ने रुपया की बैरूनी ऐक्सचेंज मार्केट में क़ीमत के तवाज़ुन को बरक़रार रखने केलिए इक़दामात किए हैं, लेकिन घरेलू क़वाइद और बुनियादी ज़ाबतों में अदम तवाज़ुन की वजह से रुपया की क़दर में मुसलसल गिरावट देखी जा रही है।

दूसरी जानिब डालर की बनिसबत रुपया की क़दर में गिरावट की वजह से हिंदूस्तान में महंगाई बढ़ रही है। फ़ौरन एक्सचेंज के तजज़िया निगार और चार्टेड एकाउंटेंट प्रिय किशवर ने नए साल में हिंदूस्तानी रुपया की क़दर-ओ-क़ीमत के मुताल्लिक़ इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए कहा कि नए साल 2012 के इबतिदाई माह में रुपया की क़िस्मत बदलने वाली नहीं और उम्मीद की जा रही है कि माह मार्च तक रुपया की क़ीमत 53 डालर्स की सतह तक रहेगी |