नकदी के बिना शादी समारोह तोहफे में दूल्हे के घर में शौचालय का निर्माण

जमशेदपुर: यह शादी अद्वितीय प्रकृति(unique nature) की थी, बिना लेनदेन की यह शादी पूर्वी सिंह भूमि के बाडया गांव के मंदिर में अंजाम पाई जिसके अंदर कुछ घंटे में दूल्हे के घर में शौचालय निर्माण कर दिया गया। शादी से पहले कल दुल्हन सुनीता के सदस्यों परिवार ने दूल्हे सुभाष नाइक निवासी बाडया गांव के सदस्यों परिवार ने आपस में यह तय किया कि नाइक के घर में शौचालय का निर्माण किया जाए जिसके लिए दोनों परिवारों ने सहयोग के लिए चीफ़ मिनिस्टर शिविर कार्यालय पहुंच गए उप कलेक्टर संजय कुमार ने बताया कि निर्माण कार्य रविवार की रात शुरू किया गया और शादी से पहले पूरा कर लिया गया।

संजय कुमार ने दोनों परिवारों को नकदी के बिना शादी करने की प्रेरणा दी थी और सभी लागत काम‌ कराया, तरकारी, व्यंजन सामान और गहने खरिदी का भुगतान बिना पैसे के अमल में आया यहां तक ​​कि शादी की रस्में निभाने वाले पुजारी भेंट में और नौ ब्याही जोड़े के लिए उपहार भी ऑनलाइन या चेक द्वारा प्रस्तुत किए गए।

उन्होंने बताया कि दोनों परिवारों के साथ ग्रामीणों ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की है कि वे कैश लेस सोसायटी आंदोलन का हिस्सा बन गए हैं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद राज्य में शायद बिना नकदी के पहली शादी करवाई गई। समारोह शादी में भाजपा विधायक लक्ष्मी तमिलनाडु, सर्किल अधिकारी सिद्धू चरिया दीगम, उप पुलिस अधीक्षक (मूसा बोनी) अजीत कुमार वीमल, विशेषज्ञ पर्यावरण यमुना ताडह और अन्य ने शिरकत करते हुए चेक के रूप में उपहार प्रदान किए। शादी के तुरंत बाद जोड़ी के नाम पर एक संयुक्त खाता खोला गया और उन्हें एटीएम कार्ड हवाले कर दिया गया। बहरहाल सभी ग्रामीणों ने अद्वितीय प्रकृति कैशलेस‌ मैरिज के दिलचस्पी से मनाया।