नई दिल्ली। अक्टूबर ( पी टी आई) मर्कज़ ने मुल्क भर में नक्सलाइटस से मुतास्सिरा इलाक़ों में वाक़्य 400 पुलिस स्टेशनों को असरी तक़ाज़ों से आरास्ता करने के लिए 120 करोड़ रुपय मंज़ूर किए हैं। सरकारी ज़राए ने कहा कि 400 पुलिस स्टेशनों में हर एक पुलिस स्टेशन को पहली क़िस्त के तौर पर 30 लाख रुपय दिए जा रहे हैं ताकि वो नई इमारतें, रिहायशी कामपलकस, बंकरस तामीर करसकें और असलाह-ओ-गोला बारूद के इलावा मुवासलाती आला जात हासिल करसकें। क़ब्लअज़ीं वज़ारत-ए-दाख़िला ने मलिक के 83 नक्सलाइटस से मुतास्सिरा अज़ला में वाक़्य 400 पुलिस स्टेशनों को असरी बनाने का फ़ैसला किया था और इस के लिए फ़ी पुलिस स्टेशन 2 करोड़ रुपय मंज़ूर करने की तजवीज़ थी। इस रक़म के मिनजुमला मर्कज़ी हुकूमत 1.60 करोड़ रुपय जारी करेगी जबकि रियास्ती हुकूमतों की जानिब से माबाक़ी रक़म 40 लाख रुपय दिए जाएंगे। 30 लाख रुपय की रक़म पहली क़िस्त होगी। माबाक़ी रक़म को मरहला वार तौर पर जारी किया जाएगा। ये प्राजैक्ट माओ सुट्टों के ख़िलाफ़ लड़ाई के लिए रियास्तों को मंतक़ी और नियम फ़ौजी दस्तों की ताय्युनाती में तआवुन करने के उसूलों का एक हिस्सा है। वज़ारत-ए-दाख़िला ने नक्सलाइटस से मुतास्सिरा इलाक़ों में भरपूर मदद फ़राहम करने की कोशिश जारी रखी ही। मर्कज़ी हुकूमत माओ सुट्टों से निमटने के लिए कई ज़िम्मेदारीयों को अपने काँधों पर लिया है। इस सिलसिला में नियम फ़ौजी दस्तों के 71 बटालियनस (1 हज़ार नियम फ़ौजी जवान)को ताय्युनात किया गया है। बजट का अलाटमैंट सकीवरीटी से मरबूत मसारिफ़ स्कीम के तहत किया गया है। हुकूमत ने साल 2008-09 में नक्सलाइटस से मुतास्सिरा इलाक़ों के लिए सिर्फ 80 करोड़ रुपय जारी किए थे जबकि 2011-12 -में इन इलाक़ों में पुलिस को असरी तक़ाज़ों से अरासता करने के लिए 337 करोड़ रुपय का इज़ाफ़ा किया है। इसी तरह ख़ुसूसी इनफ़रास्ट्रक्चर स्कीम के तहत बजट अलाटमैंट में भी इज़ाफ़ा किया गया है। 2009-10 में सिर्फ 30 करोड़ रुपय का बजट मुक़र्रर किया गया था लेकिन 2011-12-में ये रक़म 140 करोड़ रुपय करदी गई है। मर्कज़ ने 60 अज़ला में ज़िला नज़म-ओ-नसक़ को 3,300 करोड़ रुपय भी देने का ऐलान किया ही। ये रक़म मरबूत ऐक्शण प्लान के तहत दी जाएगी और इस प्रोग्राम की अमल आवरी के लिए 67,175 वर्कर्स की ख़िदमात हासिल की जाएंगी। मज़ीद 18 अज़ला में भी इस स्कीम को 2012-13-के दरमयान रूबा अमल लाया जाएगा। 8 रियास्तों के 64 अज़ला में 270 पुलिस स्टेशनों के तहत नक्सलाइट तशद्दुद की इत्तिलाआत पाई जाती हैं। अगस्त तक 850 हमलों के वाक़ियात हुए हैं जिस में 300 अफ़राद हलाक हुए।