नई दिल्ली, 05 मार्च: ( पी टी आई ) हुकूमत नक्सल अज़म से मुतास्सिरा रियासतों में 3 हज़ार करोड़ रुपये की लागत पर 2200 मोबाईल टावर नसब करेगी जबकि माविस्ट कैडर्स के लिए ख़ुद सुपुर्दगी की नई पॉलीसी पर अप्रैल से अमल दरआमद किए जाने की तवक़्क़ो है ।
नक्सलाइट्स से निमटने के लिए नए इक़दामात और इन इलाक़ों में तरक़्क़ियाती कामों के बारे में आज वज़ारत-ए-दाख़िला की जानिब से नक्सल तशद्दुद से मुतास्सिरा 9 रियासतों के चीफ सेक्रेट्रीज़ और डायरेक्टर जनरल आफ़ पुलिस ( डी जी पेज ) की मीटिंग में ग़ौर-ओ-ख़ौज़ किया गया ।
मोतमिद दाख़िला आर के सिंह की सदारत में इजलास ने इस माह के ख़त्म तक मोबाईल टावर्स की तंसीब शुरू करने और ख़त्म साल तक उन्हें कारकर्द बनाने के मंसूबा को वज़ा किया, ज़राए ने ये बात कही । सेलूलर टावर्स दूर अफ़्तादा इलाक़ों में टेक्नालोजी की रसाई में इज़ाफ़ा करेंगे और महकमा मुवासलात ने इस ज़िमन में तजवीज़ को क़तईयत दे दी है ।
ख़ुदसपुर्दगी की नई पॉलीसी के मुताबिक़ जो यक्म अप्रैल से अमल में लाए जाने की तवक़्क़ो है , किसी सीनियर नक्सल कैडर को एक वक़्ती ख़ुद सुपुर्दगी अदायगी के तौर पर 2.5 लाख रुपये की इमदाद हासिल होगी और 3 साल तक 3000 रुपय स्टाइपेंड मिला करेगा ताकि सिक्योरिटी से मुताल्लिक़ अख़राजात की स्कीम के तहत मर्कज़ी हुकूमत से ख़ुद रोज़गार वेंचर शुरू कर सके ।
इसी तरह नई पॉलीसी के तहत कोई भी जूनियर माविस्ट कैडर को 1.5 लाख रुपये का मुआवज़ा हासिल होगा । हथियार डाल देने पर मुआवज़ा 5 हज़ार से 30 हज़ार तक रहेगा जिसका तीन हथियारों की नवीत पर होगा । ज़राए ने कहा कि मरकज़ी वज़ारत फायनेंस ने इस स्कीम को अपनी मंज़ूरी दे दी है ।
उन्होंने बताया कि रियासत की जानिब से मुआवज़ा इसके इलावा रहेगा और वो उनकी अपनी पालिसीयों के मुताबिक़ हुआ करेगा ।