नजमा बोलीं मुसलमानों को रिजर्वेशन की जरूरत नहीं, तो देवबंद ने मांगी सफाई

पीएमओ में रियासती वज़ीर जितेन्द्र सिंह के बाद अब मोदी हुकूमत की वज़ीर नजमा हेपतुल्ली के बयान पर मुतनाज़ा गहरा गया है। जितेंद्र सिंह जहां जम्मू-कश्मीर पर बयान देकर मुतनाज़ो में आ गए, तो अब नजमा हेपतुल्ला ने कह दिया कि मुसलमानों को रिजर्वेशन की जरूरत नहीं है।

देवबंद ने इस पर सफाई मांग ली है। अक्लीयती मामलों की वज़ीर नजमा हेपतुल्ला ने कहा था कि मुसलमान अक्लीयती नहीं हैं और उन्हें रिजर्वेशन नहीं दिया जाना चाहिए।

अब दारूल उलूम देवबंद की ओर से जारी बयान में हुकूमत से पूछा गया है कि हुकूमत यह बताए कि यह बयान नजमा का निजी था या इसमें हुकूमत की भी रज़ामंदी थी। दारूल उलूम देवबंद ने यह भी कहा है कि सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में मुसलमानों की हालत दलितों से भी खराब बताई गई है। ऐसे में मुसलमानों को रिजर्वेशन दिया ही जाना चाहिए।