नजीब का पता बताने वाले को पांच लाख का इनाम: सपा विधायक आबिद रज़ा

फैसल फरीद

लखनऊ: जेएनयू के छात्र नजीब का अभी तक कोई पता नहीं चला है। छात्र संगठन एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के साथ झगडे के बाद नजीब 14 अक्टूबर से जेएनयू से लापता है।

इसी बीच बदायूं के विधायक आबिद रज़ा ने नजीब के लिए चिंता ज़ाहिर हारते हुए उसका पता लगाने वाले को पांच लाख रूपये का इनाम देने का एलान किया हैं। नजीब भी उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले का रहने वाला हैं। “नजीब हमारे जिले का है, हम सब लोग उसके लिए परेशान हैं। यह मेरा व्यक्तिगत एलान हैं। मैं नजीब का पता या उसके बारे में कोई सूचना देने वाले का नाम और पता गुप्त रखूंगा,” आबिद रज़ा ने फ़ोन पर बताया।

विधायक रज़ा ने इसके लिए  अखबारों में प्रेस विज्ञप्ति भेज कर सूचना दी है जिससे यह बात सब तक पहुच जाये। “जिस तरह के हालात हैं, वह आप देख ही रहे हैं। नजीब का गायब हो जाना बहुत ही चिंताजनक हैं। और उसके बाद नजीब की माँ के साथ जो सुलूक किया गया वह भी सबने देखा है। इस वक़्त पहली कोशिश यह होनी चाहिए की नजीब मिल जाये। सरकार को इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए,” रज़ा ने बताया।

इस मामले को आगे बढ़ाते हुए विधायक ने यह भी बताया की उन्होंने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति दोनों से मिलने का समय माँगा हैं। वो इस मुद्दे को उनके सामने रखना चाहते हैं और यह अनुरोध करना चाहते हैं कि नजीब का जल्द से जल्द पता लगाया जाये।

रज़ा बदायूं की सदर सीट से विधायक हैं और सपा के नेता आज़म खान के करीबी माने जाते हैं। रज़ा को सपा ने आजकल पार्टी से निष्कासित कर रखा है।

नजीब के मुद्दे पर बदायूं के सांसद ने भी चुप्पी तोड़ी हैं। सपा जिसका कोई बयां नजीब के मामले पर नहीं आया था उसने आखिरकार स्टैंड लिया और बदायूं के सांसद धर्मेन्द्र यादव ने गृह मंत्री और दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग से मुलाक़ात कर के ज्ञापन सौपा है। धर्मेन्द्र जो सपा प्रमुख मुलायम के भतीजे हैं उन्होंने नजीब की माँ से भी मुलाकात करके मदद का भरोसा दिलाया हैं।

वहीँ दूसरी ओर बदायूं के कुछ छात्रों ने भी दिल्ली जाने का निर्णय लिया है। इन छात्रों ने नजीब की माँ के साथ धरना प्रदर्शन में शामिल होने का एलान किया है।