हंगोली: जेएनयू के छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी को तीन महीने से अधिक समय गुज़र चुका है, लेकिन तीन महीने बाद भी पुलिस नजीब का कोई पता नहीं लगा सकी है। उधर नजीब की मां को न्याय दिलाने के लिए देश भर में विरोध आंदोलन शुरू किया गया है। इसी एक कड़ी के तहत हंगोली जिले के बसमत में नजीब की मां फातिमा नफीस ने एक प्रदर्शन का नेतृत्व किया। बसमत में दी ग्रेड टीपू सुल्तान ब्रिगेड की ओर से विरोध रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में हजारों लोगों ने भाग लेकर नजीब के खोज की मांग की। नेताओं ने नजीब की गुमशुदगी को लेकर मोदी सरकार की जमकर आलोचना की।
न्यूज़ नेटवर्क समूह न्यूज़ 18 के अनुसार नजीब की खोज को लेकर सरकार और दिल्ली पुलिस से लाख दावे किये जा चुके हैं, लेकिन नजीब की खोज के लिये की जा रही कोशिशों से नजीब की मां फातिमा संतुष्ट नहीं हैं।
नजीब की मां का कहना है कि पुलिस पहले दिन से ही मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। नजीब की मां के अनुसार नजीब की खोज सही दिशा में करने के बजाय गलत रुख पर की जा रही है।
फातिमा के अनुसार नजीब पर हमला करने वाले एबीवीपी के कार्यकर्ताओं को सज़ा दिलाने के बजाय उन्हें बचाने की कोशिश की जा रही है।रैली के अंत में एक जनसभा का आयोजन किया गया, जिसमें नजीब की मां फातिमा ने अपने साथ होने वाले अत्याचार के बारे में लोगों को बताया।
कार्यक्रम में ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस मुशावरत के राष्ट्रीय जनरल सचिव मुजतबा फारुख, पूर्व न्यायाधीश बी जी कोलसे पाटिल, गंगाधर महाराज करन्ध कर को बतौर खास आमंत्रित किया गया था। सभी बुद्धिजीवियों ने देश में बढ़ती चरमपंथ पर चिंता जताई।प्रदर्शन में हजारों की संख्या में लोगों ने शरीक होकर नजीब की खोज के लिए सरकार से ठोस व्यावहारिक उपायों की मांग की गई।