नडाल का सेमीफाइनल में जोकोविच से टकराव !

पैरिस 25 मई (ए पी) सात मर्तबा के चम्पीयन राफ़िल नडाल का सेमीफाइनल में जोकोविच से मुक़ाबला मुतवक़्क़े है। यहां फ़्रैंच ओपन 2013 के ड्रा का ऐलान किया गया है और दोनों ही खिलाड़ी एक ही ग्रुप में मौजूद हैं। दूसरे ग्रुप में राजर फ़ेडरर का सेमीफाइनल में सामना डेविड फेरर से हो सकता है।

2009 फ़्रैंच ओपन के व आलमी रिकार्ड 17 ग्रांड सलाम फ़ातिह फ़ेडरर का पहले राउंड में मुक़ाबला क्वालीफ़ायर खिलाड़ी से होगा। जबकि दूसरे राउंड में भी फ़ेडरर के हरीफ़(प्रतिद्वंद्वी ) क्वालीफ़ायर खिलाड़ी ही होंगे। दूसरी जानिब जोकोविच के लिए फ़्रैंच ओपन की मुहिम का आग़ाज़ ही बेल्जियम के 22 साला खिलाड़ी डेविड गोफन से होगा जिन्हों ने गुज़िशता बरस यहां चौथे राउंड के मुक़ाबले में फ़ेडरर से एक सीट में कामयाबी हासिल की थी। नडाल ने यहां जितने खिताब हासिल किए हैं उतनी फ़ुतूहात(जीत) किसी और खिलाड़ी ने हासिल नहीं किए जैसा कि गुज़िशता बरस खेले गए ख़िताबी मुक़ाबले में नडाल ने जोकोविच को शिकस्त दे कर 6 मर्तबा के साबिक़ चैम्पियन बोर्न बोर्ग के रिकार्ड को तोड़ा था और यहां उन की फ़ुतूहात का रिकार्ड 52-1 है।

गुज़िशता सात माह ज़ख़मों की वजह से टेनिस में शिरकत ना करने वाले नडाल को इस का नुक़्सान दर्जा बंदी में हुआ और अब वो दर्जा बंदी में चौथे मुक़ाम पर फ़ाइज़ है, जिसकी वजह सेड्रा में सेमीफाइनल के मरहले में ही उनका मुक़ाबला जोकोविच से मुतवक़्क़े है। टूर्नामैंट में नडाल को तीसरा मुक़ाम दिया गया है, क्योंकि दूसरे मुक़ाम पर फ़ाइज़ बर्तानवी टेनिस स्टार एंडी मरे ज़ख़मों की वजह से टूर्नामैंट से दस्तबरदार हो चुके हैं। फ़्रैंच ओपन 2013 में मुतवक़्क़े क्वार्टरफाइनल मुक़ाबले में आलमी नंबर एक जोकोविच का मुक़ाबला दर्जा बंदी में आठवें मुक़ाम पर फ़ाइज़ टप सरोच से हो सकता है, जो सर्बिया की डेविस कप टीम में जोकोविच के साथी खिलाड़ी है। नडाल का फ़्रांस के खिलाड़ी रिचर्ड गैसगे से मुक़ाबला हो सकता है जबकि फ़ेडरर को जोवैलफ़रेड सोंगा का चैलेंज दरपेश हो सकता है।

टॉमस बर्डिक के क्वार्टरफाइनल में हरीफ़ खिलाड़ी डेविड फेरर हो सकते हैं। बर्डिक के लिए पहले ही राउंड का मुक़ाबला सख़्त चैलेंज से भरपूर रहेगा क्योंकि इस मरहले में उनके हरीफ़ खिलाड़ी फ़्रांस के जाइल्स मौफ़लस् होंगे। ख़ातून ज़मुरे (श्रेणी ) में आलमी नंबर एक सेरीना विलियम्स यहां ख़िताब के अपने इन्तेज़ार को ख़त्म करने की ख़ाहां होंगी, क्योंकि आख़िरी मर्तबा 2002 में उन्होंने यहां ख़िताब हासिल किया था और इस मर्तबा वो अपनी मुहिम का आग़ाज़ आलमी दर्जा बंदी में 83 वें मुक़ाम पर फ़ाइज़ खिलाड़ी अना तातेशोली के ख़िलाफ़ करेंगी।