ननबैंकिंग कंपनी ने बिहार-झारखंड से 10 करोड़ ठगे

पटना : मल्टी नेशनल इंडस्ट्रीज लिमिटेड नामक ननबैंकिंग कंपनी ने ऊंचे ब्याज का लालच देकर बिहार-झारखंड के सैकड़ों लोगों से तकरीबन दस करोड़ रुपए की ठगी कर दफ्तर में ताला लगा दिया। मुतासिरों में ज्यादातर बिहार के समस्तीपुर, सीवान, बोकारो नगर, चंदनकियारी और चंद्रपुरा के लोग हैं। रुपए लौटने के लिए लोगों के दबाव पर समस्तीपुर और बोकारो के 30 एजेंटों ने इतवार को बोकारो सेक्टर-4 थाने में डेरा डाल दिया। वहां से टालमटोल के बाद एमपी विरंची नारायण से गुहार लगाई। बाद में एसपी के हिदायत पर मामला दर्ज कर टाउन डीएसपी की कियादत में जांच शुरू हुई। जांच में एजेंट ओमप्रकाश पोद्दार, सुरेश पोद्दार, संजय यादव, शनिचर महतो, अताउर रहमान अंसारी, संजय पासवान, नबाव अंसारी, श्याम बाबू अंसारी समेत दीगर एजेंटों का बयान थाने में दर्ज किया गया। ठगी के मामले में कंपनी के डैरेक्टर सेक्टर 9डी क्वार्टर नंबर 1633 के रहने वाले मो आलम अंसारी, बड़कामा चंदनकियारी के रहने वाले मो मुस्तकीम अंसारी, मानगो तुपकाडीह के रहने वाले मो शकील अहमद को मुलजिम बनाया गया है।

एजेंट के जरिए ठगी

सैकड़ो एजेंट के जरिए बोकारो दफ्तर से समस्तीपुर, दलसिंहसराय, रोसड़ा के हजारों लोगों से पांच करोड़ ठगे गए। सीवान में सैकड़ों लोगों से 1.50 करोड़ की ठगी हुई। वहीं चंद्रपुरा से 1.50 करोड़ का ठगी की गई। इससे पहले बोकारो नगर से दो करोड़ की ठगी की गई। ननबैंकिंग कंपनी का हेडक्वार्टर कोलकाता में है। उसके खिलाफ बोकारो सेक्टर-4 थाने में पहले से कांड संख्या 169 व 170/15 दर्ज है। बिहार के सीवान में कांड संख्या 61/15 दर्ज है। वहीं समस्तीपुर सदर थाने में भी कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। कंपनी के डैरेक्टर मंडल की साजिश से ठगी के शिकार हजारों घर बबार्द हो गए हैं। जिन एजेंटों के ज़रिये से रुपए जमा कराए गए। उनका ज़िन्दगी नर्क बन गया। रुपए लौटने के लिए ग्राहकों के दबाव की वजह से एक एजेंट अमरेश राय की ब्रेन हैम्रेज से मौत हो गई। मृतक के बीवी रेणु ने समस्तीपुर सीजेएम के यहां कंपनी के खिलाफ क़त्ल के लिए उकसावा करने का परिवाद दायर कराया है।