नमक और चीनी की कमी की अफवाह, शहरी परेशान

हैदराबाद 12 नवंबर: केंद्र सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया कि देश में नमक की कोई कमी नहीं है और जनता को इस शए खरीदी के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। नमक की कमी की अफवाहों का बाजार गर्म होते ही शहरे हैदराबाद के कई इलाकों में लोगों को संकट और परेशान देखा गया।

पुराने शहर के तालाबकट्टा, चंदरायनगुट्टा और बारकस के अलावा नए शहर के कई इलाकों में भी जनता को दुकानात पर लंबी कतारों में नमक की खरीदारी करते हुए देखा गया। नमक के अलावा चीनी की कलतकी अफवाहें भी गश्त करती रहीं। लोगों से यह वाक्य कसते हुए भी सुना गया कि मोदी सरकार में आम आदमी को दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर कर दिया गया है।

हर दिन संकट पैदा करने वाली खबरों और कदम से परेशान स्थिति पैदा कर दी गई है। गौरतलब है कि पूर्व अटल बिहारी वाजपाई के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार प्याज और नमक की कमी की वजह से गिर गया था। जनता के मन में 1999 दशक की घटनाओं पुन ताजा हो गए।

प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में बड़े मूल्य के नोटों को रद्द करने का घोषणा की थी। इसके बाद जनता में अफरातफरी फैली हुई है। लोग दिन में नोटों के लिए और रात में नमक पाने लंबी लाइन बना रहे हैं। शहर में नमक प्रति किलोग्राम 100 रुपये तो 250 रुपये में खरीदने की भी अफवाहें गश्त करनी लगी हैं।

सरकार ने बताया कि 22 आवश्यक वस्तुओं दैनिक आधार पर कड़ी नजर रखते हुए मार्किट में प्रमुख रहे हैं। देश के कई भागों में नमक की खरीदी के लिए जनता में असंतोष और अराजकता की रिपोर्टों के बाद केंद्र सरकार ने बयान जारी किया। कुछ स्थानों पर 500 रुपये प्रति किलोग्राम नमक बेचने की भी सूचना है।

विभाग मामलों ग्राहकों ने स्पष्ट किया कि देश में नमक की कोई कमी नहीं है। देश में नमक वाक्यांश उत्पादन लगभग 220 लाख टन है। इसमें से केवल 60 लाख टन नमक अंतर्देशीय इस्तेमाल होता है।

माबाक़ी नमक औद्योगिक उपयोग के लिए या निर्यात किया जा रहा है। हैदराबाद और सिकंदराबाद में देर रात तक बच्चे, बूढ़े, पुरुषों और महिलाओं को हाथ में बैग लिए हुए नमक और चीनी के अधिग्रहण के लिए इधर उधर जुट पड़ा। कई लोगों ने जल्दी विक्रेताओं मुंह मांगी कीमत पर भी नमक खरीदा।

बताया जाता है कि नमक और चीनी का भंडारण वालों ने इस अवसर का लाभ उठाकर मनमानी कीमत वसूल की है। इसी दौरान डिप्टी कमिश्नर पुलिस साउथ ज़ोन वी सत्य नारायना ने नमक की कमी की अफवाहों पर ध्यान न देने की जनता से अपील करते हुए कहा कि पुराने शहर में कुछ तत्वों अपने लाभ के लिये लोगों में अफवाह गश्त करवाकर कालाबाज़ारी में शामिल हैं। जनता ऐसे काला बाज़ारयों के झांसे में न आएं।