सदर जमहूरीया परनब मुखर्जी ने कहा कि हुकूमत-ए-हिन्द एक नया शहरी तरक़्क़ीयाती मिशन शुरू करने का मंसूबा रखती है ताकि इंफ्रास्ट्रक्चर की तैयारी और शहरों को तेज़ी से तरक़्क़ी देने के लिए आलमी सतह की ख़िदमात फ़राहम करने में रियासतों को मदद मिल सके।
यहां ग्यारहवीं आलमी मेट्रो पुलिस कांग्रेस से ख़िताब करते हुए सदर जमहूरीया ने कहा कि ये नया मिशन इस तर्ज़ पर तैयार किया जा रहा हैके मुल्क के 500 शहरों में तेज़ तर सरगर्मीयां अंजाम देते हुए उन्हें तरक़्क़ी दी जाये।
शहरी शोबा में हौसलाअफ़्ज़ाई के लिए ख़ानगी कंपनीयां भी हिस्सा ले रही हैं। उन्होंने आलमी सतह पर शहरों को तरक़्क़ी देने के मंसूबे पर ज़ोर देते हुए कहा कि ये शिद्दत से महसूस किया जा रहा हैके शहरों की मंसूबा बंद तरीके से तरक़्क़ी ही मुल्क की तरक़्क़ी की किलीद है।
उन्होंने कहा कि शहरी इलाक़े इन दिनों बुनियादी सहूलतों और इंफ्रास्ट्रक्चर की फ़राहमी में रुकावटों का सामना कररहे हैं। मुल्क के तक़रीबन 9 फ़ीसद शहरी इलाक़ों में महफ़ूज़ पीने का पानी मयस्सर नहीं है। 12.6 फ़ीसद शहरी इलाक़ों में बैत उल-ख़लाओं की सहूलत भी नहीं है।
सदर जमहूरीया ने वाज़िह कर दिया कि शहरी नज़म-ओ-नसक़ को एसी टेक्नोलोजी इस्तेमाल करनी चाहीए ताके शहरीयों को बेहतर सहूलतें फ़राहम की जा सकीं और ये शहर तेज़ी से तरक़्क़ी करते हुए मुल्क को मुस्तहकम बना सकीं।
आलमी दर्जा के शहरों को सल्लम से पाक होना चाहीए और यहां सल्लम इलाक़ों के क़ियाम की हरगिज़ इजाज़त नहीं दी जानी चाहीए। मेट्रो पुलिस कांफ्रेंस के मौके पर शहरी इदारों के मुख़्तलिफ़ मसाइल पर भी ग़ौर-ओ-ख़ौज़ किया गया। जोहांसबर्ग के एग्जीक्यूटिव मेयर और मेट्रो पुलिस कांग्रेस के मुआविन सदर प्रक ताऊ ने भी ख़िताब किया।गवर्नर ई एस एल नरसिम्हन , मेयर जी एच्च एम सी मुहम्मद माजिद हुसैन भी इस मौके पर मौजूद थे।