वजीरे आला रघुवर दास नयी दारुल हुकूमत के लिए जमीन खोज रहे हैं। इतवार को उन्होंने अफसरों का कुनबा लेकर शहर के आस-पास वाकेय जमीन का जायजा लिया। तुपुदाना के आगे उलातू, रिंग रोड के पास गढ़खटंगा और नामकुम में आर्मी कैंट के पास वजीरे आला का काफिला रुका। मिस्टर दास ने गाड़ी से उतर कर जमीन का मुआयना किया। अफसरों से वहां सरकारी और ज़ाती जमीन की हालात की जानकारी ली।
मालूम हो कि वजीरे आला कुछ दिनों पहले सुकुरहुटू भी गये थे। वह अपने साथ चीफ़ सेक्रेटरी राजीव गौबा, इमारत तामीर सेक्रेटरी सुखदेव सिंह, मंसूबा सेक्रेटरी अरुण कुमार सिंह, वजीरे आला के प्रिन्सिपल सेक्रेटरी संजय कुमार, सेक्रेटरी सुनील वर्णवाल, केके सोन और रांची के डीसी मनोज कुमार को भी लेकर गये थे। इस बारे में पूछे जाने पर चीफ़ सेक्रेटरी राजीव गौबा ने बताया : नयी रांची के की तामीर का पूरा काम नये सिरे से किया जाना है। वजीरे आला चाहते हैं कि नयी दारुल हुकूमत की मंसूबा को आखरी शक्ल देने से पहले तमाम इमकानात पर गहराई से गौर कर लिया जाये। सबसे बढ़िया ऑप्शन तलाशने की कोशिश किया जा रहा है।
तो क्या पहले से परपोज्ड सुकुरहूटू के अलावा सरकार कहीं और नयी दारुल हुकूमत बसाना चाहती है? श्री गौबा ने कहा : नयी दारुल हुकूमत कहां बनेगी, यह अभी तय नहीं है। सुकुरहुटू में नयी रांची बसाने के लिए कोई काम नहीं हुआ है। जमीन तहवील भी नहीं हुआ है। वजीरे आला की हिदायत पर सभी ऑप्शन पर गौर किया जा रहा है। पानी की मौजूदगी देखी जा रही है। नयी दारुल हुकूमत बसाने के लिए कम से कम जमीन हासिल करने की मनसूबा तैयार की जा रही है। कई पहलू पर काम किया जा रहा है।