लखनऊ,31 अक्तूबर: एक गरीब किसान की बेटी, नरगिस को 700 करोड़वां बच्चा चुना जाने का कारण भारत में कन्या भ्रूण हत्या और विषम लिंग अनुपात जैसी बीमारियों पर ध्यान केंद्रित करना था.
भारत में पैदा हुई बच्ची को दुनिया का 700 करोड़वां व्यक्ति घोषित किया गया है.
बच्चों के अधिकारों के लिए काम करने वाले समूह प्लान इंटरनेशनल के मुताबिक उत्तर प्रदेश राज्य के माल गांव में सुबह सात बजकर 25 पर पैदा हुई यह बच्ची नरगिस थी.
इससे जुड़ी ख़बरेंसात अरब हो गई दुनिया की आबादीसंयुक्त राष्ट्र ने सात अरब की जनसंख्या पर चेतावनी जारी कीशहरों में अब ज़्यादा महिलाएं रहती हैंइसी विषय पर और पढ़ेंभारत प्लान इंटरनेशनल का कहना है कि नरगिस को प्रतीकात्मक रूप से चुना गया है क्योंकि इस बात का पता लगाना संभव नहीं है कि वास्तव में 700 करोड़वां बच्चा कहां जनमा है.
संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि सोमवार को दुनिया की आबादी 700 करोड़ तक पहुंच गई.
इससे पहले सोमवार को फिलीपींस में मनीला के एक अस्पताल में जन्मे एक लड़की को प्रतीकात्मक तौर पर 700 करोड़वां बच्चा घोषित किया है.
एक मिनट में 51 बच्चे
भारत में हर मिनट में 51 बच्चे जन्म लेते हैं. उनमें से 11 सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में पैदा होते हैं.
प्लान इंटरनेशनल के एक अधिकारी ने बीबीसी को बताया कि नरगिस के माता पिता का नाम विनीता और अजय कुमार है और राज्य की राजधानी लखनऊ से लगभग 50 किलोमीटर दूर मल गांव में एक छोटे से सरकारी अस्पताल में सोमवार की सुबह उसका जन्म हुआ.
संगठन ने कहा कि एक गरीब किसान की बेटी, नरगिस को 700 करोड़वां बच्चा चुना जाने का कारण भारत में कन्या भ्रूण हत्या और असंतुलित लिंग अनुपात जैसी समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करना था.
भारत में हर साल हज़ारों कन्या भ्रूण हत्याएं होती हैं हालांकि देश में लिंग के चयन के लिए अल्ट्रासाउंड तकनीक का उपयोग अवैध हैं.
बीबीसी के राम दत्त त्रिपाठी ने माल से बताया कि नरगिस की तस्वीरें अस्पताल में समारोह में दिखाई गई हैं जहां लगभग 250 ग्रामीणों ने भाग लिया.
स्वास्थ्य अधिकारियों ने समारोह में उसके पिता अजय कुमार को जन्म प्रमाण पत्र भी किया.
उन्होंने कहा, “हम सभी बेटी के लिए प्रार्थना कर रहे थे. वह लक्ष्मी (धन की देवी) है और हमारे लिए अच्छी किस्मत लाएगी.”