अयोध्या: अयोध्या के मस्जिद .मनदर विवाद को आपसी सहमति से सुलझाने के लिए ऑल इंडिया अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी और शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी आज फिर से यहाँ आ रहे हैं। दोनों श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास , ट्रस्ट के सदस्य डॉ[? कट्टर राम विलास दास वेदांती , बाबरी मस्जिद के मुद्दई मरहूम मुहम्मद हाशिम अंसारी के बेटे इक़बाल अंसारी और चंद अन्य लोगों से मुलाक़ात का प्रोग्राम है।
इस से पहले , मिस्टर नरेंद्र गिरी और मिस्टर वसीम रिज़वी ने 12 नवंबर को अयोध्या और13 नवंबर को इलाहाबाद में मीटिंग की थी। मिस्टर रिज़वी ने विवाद को बातचीत से हल के लिए एक ड्राफ्ट तैयार किया है। उनके मुताबिक़ विवाद स्थान पर राम मंदिर के निर्माण हो और मस्जिद अयोध्या से बाहर मुस्लिम आबादी के इलाक़े में बनाई जाये, लेकिन इस का नाम बाबर के नाम पर ना हो।
मिस्टर रिज़वी ने कहा कि अगले पाँच दिसंबर से पहले अर्ज़ी को सुप्रीमकोर्ट में दाख़िल कर दिया जाएगा। इस से पहले पिछले आठ अगस्त को शीया वक़्फ़ बोर्ड ने मामले में अपने को पक्ष बनाए जाने के सिलसिले में 30 पृष्ठों के बिल दाख़िल किया था। जिसको अदालत ने सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है।
ऐसा माना जाता है कि एक ही मसौदे पर साधू संतों और अन्य पार्टियों से बात करने के लिए वो मिस्टर नरेंद्र गिरी के साथ अयोध्या आ रहे हैं। हालांकि, उनके मसौदे को उनके देश के अखिल भारतीय शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने खारिज कर दिया है।