वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी ने अक़वाम-ए-मुत्तहिदा में आलमी यौमे योगा मनाए जाने की ज़रूरत पर ज़बरदस्त ज़ोर दिया था जिसे 50 ममालिक बिशमोल अमरीका और चीन की ताईद भी हासिल हुई थी।
उन्होंने अब अपनी काबीना में तौसीअ करते हुए एक अलाहदा विज़ारत आएवश भी तशकील दी जिस में दीगर महिकमों के अलावा आर्यो वेद और योगा के मुहकमात भी होंगे।
मोदी के बारे में कहा जाता है कि वो अपने दिन का आग़ाज़ योगा से करते हैं, ने कल्ला पुनी विज़ारती काउंसिल में तौसीअ करते हुए 21 नए वज़ीरों को शामिल किया है जबकि सर्दी पदेसो नायक को रियासती वज़ीर (आज़ाद चार्ज) बराए आएवश मुक़र्रर किया है ताकि आएवर वेद , योगा , नेचुरोपैथी , यूनानी , सुधा और होमियोपैथी जैसे महिकमाजात पर ज़ाइद तवज्जे दी जा सके। क़ब्ल अज़ीं आएवश विज़ारत-ए-सेहत के तहत एक महिकमा हुआ करता था।