पटना : भाजपा का दो दिनी गौर व खौस बुध से फिर से शुरू हो गया। तजवीज में हार की जायजा का साथ- साथ आगे के प्रोग्राम पर भी बहस हो रही है। पहले सेशन में मुखतलिफ़ प्लेटफॉर्म के सदर व उनके ओहदेदार व दूसरे सेशन में जिला इंचार्जों की बैठक हुई। बैठक में आम राय थी की टिकट तक़सीम में कारकुनान की नज़र अंदाज़ व जिताऊ उम्मीदवार के नाम पर बाहरी लोगों को टिकट देने से कोई फाइदा नहीं हुआ। बैठक में मौजूद लीडरों ने भी इस बात को कुबूल किया।
बैठक में लीडरों ने इस बात पर खुसी जतायी के 1.30 करोड़ वोट मिले। पार्टी के आला लीडरों के कहा कि अब हमलोगों को यह सोचकर काम करना है कि अगले लोकसभा व एसेम्बली इंतिख़ाब में 2 करोड़ वोट मिले।
साबिक़ नायब वजीरे आला सुशील कुमार मोदी, रियासती सदर मंगल पांडेय, तंजीम वज़ीर नागेंद्र जी, शिवनारायण, रियासती नायब सदर लाल बाबू प्रसाद, रियासती जेनरल वज़ीर सुधीर शर्मा की मौजूदगी में घंटों चली बैठक में लोगों ने खुलकर अपनी बातें रखी और लीडरों को खरी -खरी सुनाई। बैठक में एक प्लेटफॉर्म के ओहदेदार ने कहा कि वजीरे आजम समेत दीगर लीडरों के बेहिसाब दौरे व इजलास का खराब असर पड़ा। उम्मीदवार व अहम लोग इजलास को कामयाब और बेहतरी न बनाने में जुटे रहते थे, जिसके चलते वोटरों से राब्ता नहीं हो पाता था।
इसके अलावा दूसरे रियासतों से आये कारकुनान को ज़्यादा तरजीह दी गयी। इससे मुक़ामी कारकुनान जो सालों से पार्टी के लिए काम कर रहे थे, उन्होंने अपने आपको तौहीन महसूस किया। जो लोग टिकट नहीं मिलने से नाराज थे, उन्हें मनाने का कोई कोशिश पार्टी कियादत की तरफ से नहीं किया गया। इजलास में कुछ लोगों ने यह भी कहा कि हमलोग इतने फील गुड में थे कि वोटर जागरण व वोटर परची देकर अपने रिवायती पढ़ाई को भुला दिए। दिल्ली के लीडरों के करीब माने जाने वाले रियासत के एक लीडर कई इलाकों में अपना एजेंडा चला रहे थे और मरकज़ को गलत जानकारी देते थे।
रियसती कियादत भी हमलोगों की नहीं सुन रहा था। टिकट तक़सीम में बाहरी लोगों को ज़्यादा तरजीह मिली। लीडरों ने सभी की बात सुनी और कहा कि तंजीम को मजबूत करने में जुट जाएं। हमारा अवामी हिमायत नहीं कम हुआ है। आइंदा इंतिखाब में दो करोड़ वोट के टार्गेट को लेकर काम करें। बैठक में जिला इंचार्जों ने अपने-अपने जिला की हालात की जानकारी दी।