आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीएसएफ के पूर्व जवान तेज बहादुर यादव का नामांकन रद्द करवा दिया, क्योंकि वह वाराणसी लोकसभा सीट पर उनसे मुकाबला करने में डर गए थे. इस सीट पर समाजवादी पार्टी के तौर प्रत्याशी के रूप में उतरे यादव का नामांकन उनके द्वारा सौंपे गए नामांकन पत्रों के दो सेटों में विसंगतियों के चलते बुधवार को खारिज कर दिया गया. इस संबंध में उन्हें मंगलवार को नोटिस भेजे गए थे.
केजरीवाल ने ट्वीट किया, इतिहास में ऐसे कम ही मौके होंगे जब देश के जवान अपने प्रधानमंत्री को चुनौती देने के लिए मजबूर हुए हों. लेकिन इतिहास में ऐसा यह पहली दफा है कि प्रधानमंत्री एक जवान से इतना डर गए कि उनका मुकाबला करने के बजाय उन्होंने तकनीकी आधार पर उनका नामांकन रद्द करवा दिया. उन्होंने लिखा, मोदी जी, आप बहुत कमजोर हैं और देश का जवान जीत गया.
यादव ने एक वीडियो अपलोड कर विवाद खड़ा कर दिया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि जवानों को घटिया खाना दिया जा रहा है. इसके बाद उन्हें सीमा सुरक्षा बल से बर्खास्त कर दिया गया था.
बता दें तेजबहादुर 24 अप्रैल को नामांकन पत्रों के पहल सेट में लिखा था कि उन्हें सीमा सुरक्षाबल से बर्खास्त कर दिया गया है. उन्होंने 29 अप्रैल को समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पत्रों का दूसरा सेट जमा किया, लेकिन उन्होंने यह जानकारी नहीं दी. उन्हें बीएसएफ से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर भी जमा करने और अपनी बर्खास्तगी का कारण बताने को कहा गया था. मोदी वाराणसी से चुनाव लड़ रहे हैं.