कोलकाता: पश्चिम बंगाल में नवजात बच्चों की तस्करी के मामले में सीआईडी ने दो डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार डाक्टरों में से एक का संबंध भाजपा से है. भाजपा नेता डॉ दिलीप घोष जिसका सम्बन्ध आरजीकार मेडिकल कॉलेज व अस्पताल से रह चूका है. डा.घोश श्री कृष्णा नर्सिंग होम कॉलेज से सम्बन्ध रखते हैं. उन्हें सीआईडी मुख्यालय में कई घंटे तक पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है. डॉक्टर नित्यानंद बिश्वास को भी सीआईडी ने इसी मामले में गिरफ्तार किया है.
प्रदेश 18 के अनुसार, सीआईडी ने बताया कि दिलीप घोष ने बदरोया नर्सिंग होम और दक्षिण 24 परगना के ओल्ड एज होम से कम से कम 100 बच्चों की तस्करी की है. अब तक बच्चों की तस्करी मामले में पांच डॉक्टरों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
पुलिस ने बताया कि डॉक्टरों ने बच्चों के माता पिता को गुमराह करने के बाद इन बच्चों के ट्राफिकिंग करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. डॉक्टर घरवालों से कहते थे कि ऑपरेशन के दौरान बच्चे की मौत हो गई है. और ये लोग अस्पताल में मौजूद मृत बच्चों को दिखा देते थे. इसके बाद इन बच्चों को दूसरी जगह ले जाया जाता था जहां इन बच्चों को 2 लाख रुपये से तीन लाख रुपये के बीच बेचा जाता था. सीआईडी के अतिरिक्त महानिदेशक सीआईडी राजेश कुमार ने कहा कि लड़के को अधिक कीमतों में बेचा जाता था. डॉक्टर दिलीप घोष की गिरफ्तारी के बाद भाजपा ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है.
गौरतलब है कि उन्होंने साल्ट लेक निगम से चुनाव भी लड़ा था. मगर हार गए थे. पुलिस ने बताया कि इस मामले में कई डॉक्टर शामिल हो सकते हैं. बच्चों की तस्करी के बाद पश्चिम बंगाल सरकार की आलोचना शुरू हो गई है. जब कि राज्य मंत्री शशि पांजा ने बताया कि हमने उन नर्सिंग होम पर छापा मारा था, लेकिन कुछ भी बरामद नहीं हुआ था.