नई दिल्ली, 29 अगस्त: हुकूमत को अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के कमजोर होने की लगातार खबरें मिल रही हैं। अकवाम मुत्तहदा और अमेरिका के दाऊद इब्राहिम को दहशतगर्दो की लिस्ट में डालने के बाद एजेंसियों की सख्त नजर ने उसके रियल एस्टेट, शिपिंग और ट्रांसपोर्ट के धंधों में दीमक लगा दिया है। इस मौके को देखते हुए मर्कज़ी हुकूमत पाकिस्तान से दाऊद को सौंपने का दबाव बना रही है।
सरकारी ज़राए के मुताबिक पाक की मुंतखिब हुकूमत ने बैक चैनल के जरिए इशारा दिया है कि दोनों मुल्को के नए रिश्तों की शुरुआत और यकीन बहाली के लिए नवाज शरीफ की हुकूमत वज़ीर ए आज़म मनमोहन सिंह को दाऊद का तोहफा दे सकती है।
ज़राए ने अखबार अमर उजाला को बताया कि अमेरिका की ओर से पाकिस्तान की हुकूमत पर हिंदुस्तान के साथ रिश्ते को मज़बूत करने का भारी दबाव है। इस बात को समझते हुए हिंदुस्तान ने मोस्ट वांटेड की लिस्ट के दहशतगर्दों को सौंपने की शर्त लगा रखी है।
पाकिस्तान की लिस्ट में शामिल लश्कर दहशतगर्द हाफिज सईद या लखवी जैसे दहशगर्दों की बात नहीं कर कमजोर पड़ रहे दाऊद पर ही अपना दांव खेलेगा। बैक चैनल कूटनीतिक बातचीत में पाकिस्तान ने इस बात के इशारे दिए हैं।
पिछले पांच सालों से दाऊद ने क्रिकेट सट्टेबाजी को ही अपना धंधा बना रखा है क्योंकि बैनुलअकवामी सतह पर चल रहे दूसरे धंधे उसके हाथ से निकलते जा रहे हैं।
लेकिन पिछले दिनों दिल्ली पुलिस ने सट्टेबाजों से दाऊद की सीधी बातचीत के सुबूत दे कर उसके इस धंधे पर भी गहरा चोट दिया।
ज़राए ने बताया कि दाऊद ने आईपीएल में अपनी गहरी पैठ बनाने के लिए 2008-09 में ही इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के साबिक चेयरमैन ललित मोदी से मिलने की कोशिश की थी। बात नहीं बनती देख दाऊद ने मोदी को जान से मारने तक की धमकी दे डाली थी।
मुंबई पुलिस ने सितंबर 2010 में मोदी पर मंडरा रहे इस खतरे की तहरीरी तौर पर सभी एजेंसियों को इत्तेला भेजी थी। मुंबई पुलिस के मुताबिक मोदी जब भी भारत आएंगे उन्हें हुकूमत की ओर से सेक्युरिटी मुहैया करायी जाएगी। ललित मोदी 2010 से इंग्लैंड में रह रहे हैं।
खुफिया एजेंसी के ज़राए के मुताबिक दाऊद का दाहिना हाथ छोटा शकील मुंबई के रियल एस्टेट के धंधे को संभाल रहा है।
मुंबई की झुग्गी झोपड़ी को कानूनी तरीके से बसाने और उसकी जगह रियल एस्टेट बनाने की रियासती हुकूमत के मंसूबे में दाऊद को धंधे की काफी इम्कान दिख रहे थे।
लेकिन यहां दाऊद का मुखालिफ छोटा राजन ज्यादा मजबूत साबित हो रहा है। राजन ने 1993 धमाकों के मुंबई जेल में बंद मुल्ज़िम अबू सलेम को अपनी इस मंसूबे में शामिल कर लिया है।
दाऊद का भरोसेमंद सलेम फिलहाल जेल में है, लेकिन राजन और सलेम के हाथ मिलाने से मुंबई में दाऊद की पकड़ यकिनी तौर पर कमजोर पड़ रही है। इन दोनों को काबू में रखने के लिए दाऊद को मुंबई में काफी खून बहाना होगा, जो कि फिलहाल उसके वश में नहीं।
——– बशुक्रिया: अमर उजाला