नवाज़ शरीफ़ को हिंदुस्तान के साथ नाख़ुशगवार ताल्लुक़ात का अफ़सोस

वज़ीरे आज़म पाकिस्तान नवाज़ शरीफ़ ने एक अहम ब्यान देते हुए इस बात पर अफ़सोस का इज़हार किया कि सब से अहम पड़ोसी हिंदुस्तान के साथ पाकिस्तान के ताल्लुक़ात ख़ुशगवार नहीं हैं और अब वक़्त आ गया है कि दोनों ममालिक के ताल्लुक़ात ख़ुशगवार हों।

नवाज़ शरीफ़ क़ौमी सलामती कॉन्फ्रेंस से ख़िताब कर रहे थे जिस में वुज़रा-ए-आला, वुज़रा, तमाम सियासी जमातों के क़ाइदीन, फ़ौजी सरब्राह जेनरल राहील शरीफ़ और दीगर सिविल और फ़ौजी आफ़िसरान बाशमोल आई एस आई सरब्राह लेफ़्टीनेन्ट जेनरल ज़हीरुल इस्लाम ने शिरकत की थी।

अपने ख़िताब के दौरान उन्हों ने इस बात पर इज़हारे तास्सुफ़ किया कि पड़ोसी ममालिक के साथ उन के (पाकिस्तान ) ताल्लुक़ात ख़ुशगवार नहीं हैं। उन्हों ने ख़ुसूसी तौर पर हिंदुस्तान का नाम लेते हुए कहा कि हिंदुस्तान के साथ ख़ुशगवार ताल्लुक़ात उन की अव्वलीन तर्जीह होगी।

याद रहे कि इमरान ख़ान ने पाकिस्तान की यौमे आज़ादी यानी 14 अगस्त को इंतिख़ाबी धांदलियों के ख़िलाफ़ एक ज़बरदस्त एहतेजाजी रैली निकाले जाने का एलान किया है जिन के मुताबिक़ इंतिख़ाबी धांदलियों की वजह से ही नवाज़ शरीफ़ बरसरे इक़्तेदार आए हैं।