नसबंदी बना नासूर : 11 ख्वातीन की मौत पर सियासी उबाल

नसबंदी ऑपरेशन के बाद ख्वातीन की मौत पर सियासत शुरू हो गई है। वहीं, छत्तीसगढ में कांग्रेस ने आज बंद का ऐलान किया है। बंद का असर साफ देखा जा रहा है। कांग्रेसी कारकुन और जनता इस कदर गुस्से में है कि जगह-जगह तोडफोड शुरू कर दी है।

वहीं, सेक्युरिटी के लिहाज से पुलिस फोर्स तैनात किए गए है, जो मुज़ाहिरीन को रोकने में नाकाम साबित हो रहे है। मुज़ाहिरीन की मांग है कि यह वाकिया दारुल हुकूमत को शर्मिंदा कर देने वाली है। वज़ीर ए आला को अपने ओहदा से इस्तीफा दे देना चाहिए।

वाकिया सामने आने के बाद से ही अपोजिशन पार्टी सीएम के इस्तीफे की मांग कर रहे है। वहीं, मरकज़ी हुकूमत ने वाकिया पर अफसोस जताते हुए जांच के हुक्म दे दिए है। अब तक 13 ख्वातीन की मौत हो चुकी है और 50 से ज्यादा ख्वातीन का इलाज़ जारी है।

रियासती हुकूमत ने लापरवाही बरतने के इल्ज़ाम में चार डाक्टरों को सस्पेंड कर दिया है, जबकि Healthcare Director का ट्रांसफर किया गया है।

रियासत के बिलासपुर जिले के सकरी वाके नेमीचंद जैन अस्पताल में हफ्ते के रोज़ सरकारी नसबंदी कैम्प लगाया गया था। इस कैम्प में 83 ख्वातीन की सर्जरी की गई थी। लेकिन, ऑपरेशन के बाद पीर के रोज़ 11 ख्वातीन की मौत हो गई, इसके बाद देर रात तक 2 और ख्वातीन ने दम तोड दिया। अब तक मरने वाली ख्वातीन की तादाद 13 हो गई है। वहीं, 50 से ज्यादा ख्वातीन का इलाज़ जारी है।