विहिप के प्रवीण तोगाड़िया ने पीर के रोज़ कहा कि हिंदू मज़हब सनातन मज़हब है। हिंदुस्तान में सौ करोड़ व दुनिया में एक सौ दस करोड़ हिंदू हैं, लेकिन बदकिस्मती है कि हिंदू लीडर ही इक्तेदार के लिए हिंदुओं को गुलाम बनाने पर आमादा हैं। खुद को बचाना है तो मुसलमानो को खुश करने की सियासत करने वाले पार्टियों की नकेल कसनी होगी, नहीं तो दूसरे मुल्कों की तरह हिंदुस्तान भी हिंदुओं के हाथ से निकल जाएगा।
तोगाड़िया ने कहा कि हिंदू मज़हब सबसे पुराना मज़हब है। साथ ही उन्होंने आगाह किया कि खुद को बचाना है तो मज़हबी होने के साथ ही मज़हबी की हिफाज़त के लिए सड़क पर उतरना होगा। आज हुकूमत चाहे मरकज़ की हो या रियासत की अकलियतों को रिझाने के लिए हिंदुओं का खातमा करने का मंसूबे बनाती हैं।
नजीर के तौर पर उन्होंने मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ितों के लिए रियासत की हुकूमत के तरफ से ऐलानिया रकम व मुस्लिम नौजवानों के रोजगार के लिए दिए गए बजट का हवाला देते हुए पूछा क्या हिंदुस्तान में हिंदू होना जुर्म है। सवाल किया कि ऐसा नहीं तो हिंदुओं बेरोजगारों के लिए यह निज़ाम क्यों नहीं?