नई दिल्ली। जमीअत उलेमा-ए-हिन्द के अध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद मदनी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि चुनाव के दौरान देश की जनता से केंद्र सरकार ने जो वादे किए गए थे उन्हें पूरा करने में वह पूर्ण रूप से विफल हो गई है। अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए सूफी सम्मेलन आयोजित कर मूल विषयों से ध्यान हटाने का असफल प्रयास कर रही है।
मदनी ने कहा कि सूफी सम्मेलन आयोजित करने वालों से हमारा कोई मतभेद नहीं है। क्योंकि हमारा अल्लाह एक, पैगम्बर एक, कुरान एक, इबादत के तरीके एक हैं। वास्तव में जो लोग धर्म को नहीं समझते वे विरोध करते हैं। उन्होंने कहा वर्तमान सरकार के संरक्षण और उच्च अधिकारियों की देखरेख में सूफी सम्मेलन के आयोजन को हम खतरे की दृष्टि से देखते हैं। विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री ने ढाई घंटे से अधिक समय दिया इससे इस संदेह को बल मिलता है।