नागपुर में जन्मा देश का पहला हरलेकुइन बच्चा, जानिए क्या अलग है इस बच्चे में

नागपुर: अपनी तरह के एक अनोखे मामले में आज नागपुर के लता मंगेशकर हॉस्पिटल में एक बच्ची ने जन्म लिया जो एक अलग ही तरह की बीमारी से ग्रस्त थी। देश में इस बिमारी के साथ जन्मी बच्ची का यह पहला मामला है अपनी बीमारी की वजह से यह बच्ची को ‘हरलेकुइन बेबी’ के नाम से जाना जाने लगा है।

हरलेकुइन बेबी के नाम से मशहूर हुई यह बच्ची शरीर पर बिना चमड़ी के पैदा हुई है और यह अंधेपन की शिकार भी है। इस तरह के बच्चे की डिलीवरी को अंजाम देने वाली डॉक्टरों की टीम में से बच्चों के विशेषज्ञ डॉ. यश ए बनैत ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि इस बच्चे के बचने की उम्मीद बहुत ही कम  है। इस वक़्त बच्चा एनआईसीयू में दाखिल है और डॉक्टर उसका पूरा ध्यान रखने के साथ साथ उसकी शरीर से सैंपल्स भी ले रहे हैं ताकि इस दुर्लभ बिमारी के बारे में और भी पता लगाया जा सके और कई जानों को बचाया जा सके।

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डॉक्टरों के मुताबिक अभी तक दुनिया में इस बीमारी का कोई इलाज मौजूद नहीं है उनका कहना है कि असल में इस तरह के मामलों को हम पूरी तरह से बीमारी का नाम नहीं दे सकते यह एक इस तरह का मामला है जिसमें बच्चे का गर्भ में रहने के दौरान पूरी तरह से विकास नहीं हुआ हो।  डॉक्टरों का कहना है कि साल १७५० से लेकर आज तक इस दुनिया में इस तरह के महज दर्जन भर बच्चे ही पैदा हुए हैं।