नागम जनार्धन रेड्डी 3 जून को बी जे पी में शामिल होंगे

हैदराबाद।24मई, ( सियासत न्यूज़) तेलंगाना नग़ारा समीती के सदर और नगर कुरनूल के आज़ाद रुक्न असेम्बली डाँक्टर नागम जनार्धन रेड्डी 3 जून को बाक़ायदा तौर पर बी जे पी में शमूलीयत इख़तियार करलेंगे। जनार्धन रेड्डी ने अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए बी जे पी में अपनी शमूलीयत और पार्टी के इंज़िमाम का ऐलान किया।

साथ ही उन्होंने कहा कि वो बी जे पी के टिकेट पर हलक़ा लोक सभा महबूबनगर से आइन्दा आम इंतेख़ाबात में मुक़ाबला करेंगे। नागम जनार्धन रेड्डी ने कहा कि सिर्फ़ भारतीय जनता पार्टी ही अलहदा तेलंगाना रियासत तशकील दे सकती है जबकि कांग्रेस अवाम को मुसलसल धोका दे रही है।

एन डी ए दौर में ही मुल्क में तीन नई रियास्तें क़ायम की गईं। उन्होंने कहा कि बी जे पी के क़ौमी सदर राजनाथ सिंह की मौजूदगी में वो पार्टी में शमूलीयत इख़तियार करेंगे। गुजरात के चीफ़ मिनिस्टर नरेंद्र मोदी की सताइश करते हुए उन्होंने उन्हें एक क़ौमी क़ाइद क़रार दिया और कहा कि नरेंद्र मोदी में मुल्क को चलाने की सलाहीयत मौजूद है।

उन्होंने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी को बी जे पी वज़ीर-ए-आज़म के उम्मीदवार की हैसियत से ऐलान करती है तो इस से न सिर्फ़ बी जे पी को फ़ायदा होगा बल्कि पार्टी मर्कज़ में बरसर-ए-इक़तिदार आसकती है।अलहदा तेलंगाना मसले पर नागम जनार्धन रेड्डी ने चंद्रबाबू नायडू के मौक़िफ़ से इख़तिलाफ़ करते हुए बग़ावत करदी थी और पार्टी‍-ओ‍-असेम्बली की रुकनीयत से इस्तीफ़ा दे दिया।

पिछ्ले साल ज़िमनी इंतेख़ाबात में उन्होंने आज़ाद उम्मीदवार की हैसियत से मुक़ाबला किया और टी आर ऐस-ओ-बी जे पी की ताईद से नगर कुरनूल असेम्बली हलक़े से कामयाबी हासिल की। अलहदा तेलंगाना तहरीक में नागम जनार्धन रेड्डी सरगर्म रहे तेलंगाना पोलटीकल जवाइंट ऐक्शन‌ कमेटी ने उनकी पार्टी तेलंगाना नग़ारा समीती को जय ए सी का हिस्सा नहीं बनाया।टी आर एस में अहम रुकावट बनी रही।

के चन्द्र शेखर राव‌ से उनके इख़तेलाफ़ात के बाइस नागम जनार्धन रेड्डी ने बी जे पी में शमूलीयत का फ़ैसला किया और महबूबनगर पारलीमानी हलक़े से मुक़ाबले का ऐलान किया है जहां से फ़िलवक़्त चंद्रशेखर राव‌ से पार्लियामेंट में नुमाइंदगी करते हैं। वाज़िह रहे कि चन्द्र शेखर राव‌ आइन्दा आम इंतेख़ाबात में महबूबनगर के बजाय मेदक से मुक़ाबला करने का तक़रीबन फ़ैसला करचुके हैं। अगर वो महबूबनगर से मुक़ाबला करेंगे तो जनार्धन रेड्डी के मुक़ाबले में उनकी कामयाबी के इमकानात मुतास्सिर होसकते हैं।

के सी आर ने उन्हें टी आर एस में शमूलीयत की दावत भी दी थी लेकिन चन्द्रशेखर राव‌ के अंदाज़ कारकर्दगी से उन्होंने इख़तेलाफ़ किया। के सी आर महबूबनगर से मुंतख़ब होने के बाद बहुत कम ही अपने हल्क़ा-ए‍-इंतेख़ाब का दौरा किया और वहां के अवामी मसाइल और तरक़्क़ीयाती कामों पर तवज्जु नहीं दी जिसके बाइस अवाम में नाराज़गी पाई जाती है।

उन्होंने अपने हल्क़ा-ए‍-इंतेख़ाब को तबदील करने का फ़ैसला करलिया है। दिलचस्प बात तो ये है कि हलक़े में लोक सभा मेदक की नुमाइंदगी करनेवाली विजय‌ शांति भी मेदक हलक़े को छोड़ने तैय्यार नहीं। बी जे पी और नागम जनार्धन रेड्डी, टी आर ऐस सरबराह के महबूबनगर छोड़ने के फ़ैसले को अपनी कामयाबी तसव्वुर कररहे हैं। महबूबनगर में बी जे पी का एक रुक्न असेम्बली मौजूद है और उसे यक़ीन है कि वहां से लोक सभा का उम्मीदवार भी कामयाब हो जाएगा।