नागर कुरनूल में मुस्लिम सरकारी मुलाज़मीन की भूक हड़ताल

नागर कुरनूल 11 अक्टूबर (सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़) अलैहदा तिलंगाना का मुतालिबा करते हुए चलाई जाने वाली जद्द-ओ-जहद में शिद्दत, आम हड़ताल के ज़रीये सरकारी मुलाज़मीन और अवाम के सड़कों पर आ जाने के साथ साथ इलाक़ा तिलंगाना भर में मुस्लमानों की जानिब से तिलंगाना काज़ में शामिल होते हुए तहरीक को आगे ले जाने के दौरान मुस्लिम क़ियादत का दम भरने वाली हैदराबाद की एक सयासी जमात ख़ुद को तहरीक तिलंगाना से दूर रखने के साथ साथ कभी मुत्तहदा आंधरा की हिमायत तो कभी रॉयल तिलंगाना की ताईद करते हुए तशकील तिलंगाना के बाद मुस्लमानों को नुक़्सान होने की पेश क़ियासी कररही है। इन ख़्यालात का इज़हार टी एन जी औज़ के डीवीझ़न सदर जनाब शेख़ मुहम्मद बिन उसमान बावज़ीर ने किया। आर डी ओ ऑफ़िस नागर कुरनूल के रूबरू क़ायम डीवीझ़न जे ए सी के हड़ताल कैंप मुख़्तलिफ़ मह्कमाजात से वाबस्ता मुस्लिम सरकारी मुलाज़मीन ने एक रोज़ा भूक हड़ताल का एहतिमाम किया। इस मौक़ा पर शेख़ मुहम्मद बिन उसमान बावज़ीर ने ख़िताब करते हुए कहा कि अलैहदा तिलंगाना का मुतालिबा करते हुए इलाक़े भर के मुस्लमान जुस्तजू-ओ-जज़बात के साथ शामिल हैं। उन्हों ने मर्कज़ी हुकूमत की जानिब से रियास्ती गवर्नर की तलबी को फ़ाल नेक क़रार देते हुए उम्मीद ज़ाहिर की कि जल्द ही तशकील तिलंगाना का ऐलान हो जाएगा। सदर इंतिज़ामी कमेटी मसाजिद जनाब मुहम्मद अबदुलहफ़ीज़ ख़ान नक़्शबंदी ने इस मौक़ा पर ख़िताब करते हुए कहा कि इलाक़ा तिलंगाना से वाबस्ता मुख़्तलिफ़ सयासी जमातें अपने अंदर इख़तिलाफ़ राय रखने के बावजूद तिलंगाना के लिए एक प्लेटफार्म पर जमा हैं और बला तफ़रीक़ मज़हब-ओ-क़िल्लत अवाम इलाक़ा भर में तिलंगाना काज़ में अपने आप को शामिल करते हुए इत्तिहाद का सबूत दे रहे हैं और ये इत्तिहाद दिल्ली के ऐवानों को दहला रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी चीज़ के हुसूल के लिए इत्तिहाद ही पहला क़दम है आज हमारे अंदर हुसूल तिलंगाना के लिए इत्तिहाद-ओ-इत्तिफ़ाक़ है। अब किसी भी सूरत में हुकूमतों को तशकील तिलंगाना के ऐलान के सिवा-ए-चारा नहीं। उन्हों ने कहा कि सीमा आंधरा के क़ाइदीन निस्फ़ सदी से इलाक़ा तिलंगाना को लौटते रहे और आज तशकील तिलंगाना की राह में रुकावट बन कर खड़े हैं लेकिन तिलंगाना अवाम का इत्तिहाद इन रुकावटों की दीवारों को तोड़ देगा। तिलंगाना नग़ारा समीती के क़ाइद अरथम रवी ने ख़िताब करते हुए उम्मीद ज़ाहिर की कि आज के मुस्लिम सरकारी मुलाज़मीन को भूक हड़ताल यक़ीनन एक नई ख़ुशख़बरी लाएगी। जनाब शेख़ फ़रीद अहमद फ़रीद मुहासिब दफ़्तर कामपलकस ने ख़िताब करते हुए कहा कि आम हड़ताल आज 26 वें दिन में दाख़िल होचुकी है। अगर मर्कज़ी हुकूमत तशकील तिलंगाना में ताख़ीर करेगी तो ये हड़ताल अब दिनों में नहीं महीनों में चलेगी। डीवीझ़न जे ए सी के क़ाइदीन बी सुधाकर रेड्डी, वे निरंजन ने ख़िताब करते हुए शहर नागर कुरनूल हिन्दू मुस्लिम इत्तिहाद को काबुल तक़लीद क़रार देते हुए कहा कि तशकील तिलंगाना के बाद भी यही इत्तिहाद पुरअमन माहौल, भाई चारगी के फ़रोग़ का सबब बनेगा। हड़ताल कैंप में सरकारी मुलाज़मीन शेख़ मुहम्मद बिन उसमान बावज़ीर, सय्यद नासिर उद्दीन, सय्यद अबदुर्रहमान, मुहम्मद अबदालरोफ़, मुहम्मद यूसुफ़, मुहम्मद नईम, मुहम्मद ताहिर, मुहम्मद नईम ख़ान, मुहम्मद अय्यूब, मुहम्मद आबिद अली, मुहम्मद सलीम, मुहम्मद अबदूर्रज़्ज़ाक़, ख़्वाजा ख़ान, शेख़ आबिद अली, मुहम्मद ख़्वाजा, जनाब-ओ-दीगर सरकारी मुलाज़मीन ने भूक हड़ताल मुनज़्ज़म किया। इस मौक़ा पर इंतिज़ामी कमेटी मसाजिद के नायब सदर अबदुलमजीद ख़ान, ख़ाज़िन जनाब मुहम्मद अबदुर्रहीम, मुस्लिम जे ए सी कन्वीनर शेख़ मसावदी, टी एन इसके क़ाइद मिर्ज़ा ख़लील बैग, मुहम्मद शफ़ी उल्लाह ख़ान, मुहम्मद मुश्ताक़, मुहम्मद नज़ीर अहमद, इफ़्तिख़ार अहमद दाडन ने भूक हड़ताल में शामिल मुस्लिम सरकारी मुलाज़मीन की गलपोशी करते हुए अपनी ताईद का इज़हार किया।